रांची-साल भर मनेगा आजादी का जश्न, गुमनाम शहीदों को मिलेगा इतिहास के पन्नों में सम्मान:- राजनाथ सिंह

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खूंटी।

ऽ आदर्श ग्राम बनेगा उलिहातू, बनेंगे 71 पक्के मकान, मिलेंगी सभी सुविधाएं:- रघुवर दास

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ऽ खूंटी के किताहातू में आयोजित हुआ “ याद करो कुर्बानी” समारोह, केन्द्रीय गृह मंत्री व 
मुख्यमंत्री ने दी भगवान् बिरसा को श्रद्धांजलि 
ऽ गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यों की प्रशंसा की

केन्द्रीय गृह मंत्री  राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत सरकार स्वतन्त्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देनेवाले अथवा काल कोठरी में अपनी जिन्दगी के कई अनमोल वर्ष गंवाने वाले तमाम गुमनाम शहीदों की तलाश करेगी और उन्हें इतिहास के पन्नों में सम्मान जनक स्थान दिलायेगीद्य उन्होंने कहा कि भगवान् बिरसा मुंडा, चंद्रशेखर आजाद, अशफाक उल्ला जैसे सैकड़ों क्रांतिकारियों ने शहादत दी, हजारों लोगों ने जेल की यातनाएं सहीं, तब कहीं जाकर हमें आजादी मिली । लेकिन इन शहीद वीरों को इतिहास में जैसा स्थान व सम्मान मिलना चाहिए था, वैसा नहीं मिलाद्य भारत सरकार ने संकल्प लिया है कि 70 वें स्वतन्त्रता दिवस समारोह के उपलक्ष्य में पूरे देश में आजादी का जश्न मनाया जाएगा और साथ-साथ अमर शहीदों को इतिहास के पन्नों पर सम्मानजनक स्थान दिलाने का प्रयास भी होगा। खूंटी के किताहातू में शहीदों के श्रद्धांजलि कार्यक्रम “आजादी-70 याद करो कुर्बानी” के तहत एक जनसभा को संबोधित करते हुए श्री राजनाथ सिंह ने यह उद्गार व्यक्त किया। जनसभा से पहले केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह एवं मुख्यमंत्री  रघुवर दास ने भगवान् बिरसा के जन्मस्थल उलीहातू जाकर भगवान बिरसा मुण्डा के वंशजों  सुखराम मुण्डा, श्रीमती लखी मुनी,  कान्हु मुण्डा, श्रीमती चम्पा देवी, जानी कुमार इत्यादि को शाॅल देकर सम्मनित किया।
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री सिंह ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार भारत सरकार स्वतन्त्रता सेनानियों के जन्मस्थल जाकर उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कर रही है और उनके वंशजों का सम्मान कर रही है, उनकी समस्याएं सुनकर उनका निदान कर रही है। आज उलिहातू और किताहातू में आयोजित यह कार्यक्रम 9 अगस्त को शुरू हुए इसी अभियान की कड़ी हैद्य भगवान् बिरसा को नमन करते हुए श्री सिंह ने कहा कि भगवान् बिरसा ने अंग्रेजों द्वारा जमीन वापसी समेत दिए गए कई प्रलोभनों को ठुकराते हुए और धर्म परिवर्तन जैसे कई दवाबों की परवाह किए बगैर आजादी के संघर्ष के अपने लक्ष्य से कभी समझौता नहीं कियाद्य

श्री सिंह ने कहा कि हमारे देश में प्राकृतिक संसाधनों और मानव संसाधन की कोई कमी नहीं लेकिन आजादी के बाद से अबतक जितना विकास होना चाहिए था, नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि 70 वें स्वतन्त्रता दिवस पर यह संकल्प लेने की जरुरत है कि हम देश से गरीबी और बेरोजगारी को दूर भगाकर इसे विकसित देशों की कतार में खड़ा करेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की उपलब्धियों पर बहस हो सकती है लेकिन देश या दुनिया में कोई इस सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकता । उन्होंने कहा कि मात्र सवा दो सालों में यह सवीकर करना होगा के भारत का सम्मान, उसकी साख और विश्चसनीयता पूरे विश्व में बढ़ी है। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा शपथ ग्रहण के साथ ही आरम्भ किए गए ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की तारीफ करते हुए श्री सिंह ने कहा कि देश में पहली बार ऐसा हुआ कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केन्द्रीय मंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री आदि तमाम उच्च पदों पर आसीन लोग झाडू लेकर सड़क पर उतरे और यह सन्देश दिया कि कोई काम छोटा नहीं होता। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने संकल्प लिया है कि देश में 2019 तक कोई ऐसा घर नहीं होगा जिसमे शौचालय नहीं हो। उन्होंने कहा कि हमें स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत, संपन्न भारत, सुरक्षित भारत और स्वाभिमानी भारत चाहिए।
हिंसा में लिप्त उग्रवादी संगठनों को चेतावनी देते हुए श्री सिंह ने कहा कि ऐसे संगठनों को हिंसा बंद करनी होगी वरना उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। ऐसे तत्वों से समझौता संभव नहीं चाहे उसके लिए कितनी भी बड़ी कीमत चुकानी पड़े। उन्होंने “जनप्रिय मुख्यमंत्री” कहकर संबोधित करते हुए श्री रघुवर दास की जमकर तारीफ की और कहा कि उन्होंने राज्य के पिछड़े क्षेत्रों में जिस प्रकार विकास की गंगा बहाई है, ऐसे इलाकों के लोगों की शिकायतें भी जल्दी ही दूर हो जायेंगी।
दुनिया भर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में आयोजित सार्क सम्मलेन में उन्होने शामिल नहीं होने का मन बनाया था। लेकिन जब उन्हें यह जानकारी हुई कि आतंकी संगठनों ने उनके उग्र विरोध की तैयारी कर रखी है, तो वे न सिर्फ पाकिस्तान गए बल्कि वहाँ सार्क सम्मलेन में पाकिस्तान की कारगुजारियों को बेनकाब भी किया। पाकिस्तान के उपेक्षापूर्ण रवैये के प्रति विरोध दर्ज कराते हुए उन्होंने वहाँ भोजन तक नहीं किया और भारत सरकार की ओर से देश की जनता को यह यकीन दिलाया कि यह सरकार देश के स्वाभिमान के साथ कोई समझौता नहीं कर सकती।
भारत सरकार और झारखण्ड की रघुवर सरकार द्वारा युवाओं के समग्र विकास के लिए चलाई जा रही ‘स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम’, ‘मुद्रा बैंक योजना’ आदि का जिक्र करते हुए श्री सिंह ने कहा कि अब नौजवानों के लिए आत्मनिर्भरता के रास्ते खुल गए हैं। जन धन योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि देश में कोई ऐसा व्यक्ति न हो जिसका बैंक में खाता न हो साथ ही आनेवाले समय में छात्रवृत्ति, खाद की सब्सिडी, विधवा पेंशन, वृद्धा पेंशन आदि की रकम सीधे लाभुकों के खाते में पहुंचे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जिस प्रकार नौजवानों के रोजगार के लिए कई घोषणाएं की हैं और कई योजनायें चलाई है, वे बधाई के पात्र हैं। उन्होने दलगत भावना से ऊपर उठकर सार्वजनिक, सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय तमाम लोगों से अपील की कि वे नौजवानों को इस अभियान से परिचित कराएं।
उन्होंने कहा कि योग्यता और प्रतिभा महलों की मोहताज नहीं है और इसलिए हमने फैसला किया है कि हम झोपड़ियों में जायेंगे, हुनर तलाशेंगे, तराशेंगे। रघुवर सरकार इस दिशा में अच्छा काम कर रही है और भारत सरकार भी इसमें भरपूर मदद करेगी। उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए भारत सरकार ने झारखण्ड को ‘कम्पनसेटरीएफोरेस्टेशन फण्ड’ के तहत 3000 करोड़ रुपये से ज्यादा दिए हैं जो इस राज्य की हरियाली बचाने और विकास में काम आयेगा। इसके अलावा भारत सरकार ने क्षतिपूरक वनरोपण के लिए “कैम्पा” नामक कानून भी बनाया है जो झारखण्ड जैसे राज्यों के लिए काफी हितकर होगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार संतुलित विकास यानी पर्यावरण सुरक्षा के साथ विकास की पक्षधर है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भगवान् बिरसा मुंडा और उनकी जन्मस्थली दृ कर्मस्थली को नमन करने के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की और कहा कि उनमे अंगरेजी दासता के खिलाफ तो आक्रोश था ही, तत्कालीन सामाजिक कुरीतियों व अंधविश्वासों के खिलाफ संघर्ष की तड़प भी थीं उन्होंने कहा कि देश ने अनेक महापुरुषों की कुर्बानी और उनके द्वारा वर्षों तक काल कोठरी की यातनाएं भोगे जाने की कीमत पर आजादी पाई है। हमारे झारखण्ड के भगवान् बिरसा मुंडा समेत सैकड़ों आदिवासी पूर्वजों ने इसके लिए खून बहाया। लेकिन इस आजादी का ठेका लेनेवालों ने इनकी कुर्बानियों को पर्याप्त सम्मान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बिरसा भगवान् के जन्मस्थल उलिहातू के 71 कच्चे घरों के स्थान पर पक्के मकानों का निर्माण करायेगी और यह काम एक सप्ताह के भीतर शुरू हो जाएगाद्य उलिहातू में बिजली, पाइपलाइन के जरिए पेयजल आपूर्ति, स्थानीय विद्यालय में शिक्षकों का पदस्थापन आदि सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए इसे आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करेगी।
उन्होंने कहा कि आनेवाली पीढ़ियों को भगवान् बिरसा एवं अन्य महान स्वतन्त्रता सेनानियों के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने के लिए तमाम जरुरी प्रयास उनकी सरकार करेगी। एक बड़ी घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विज्ञापन निकालकर राज्य से रोजगार के लिए पलायन कर दूसरे राज्यों में गुजर बसर कर रहे लोगों से अपने प्रदेश लौट आने की अपील करेगी और उन्हें यहां रोजगार के अवसर उपलब्ध करायेगी।
उन्होंने कहा कि सदियों से अपनी संस्कृति को बचाए रखनेवाला और आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभानेवाला आदिवासी समाज अब सजग हो गया हैद्य केवल संविधान में वर्णित दायित्वों की पूर्ति करने से ही इस समुदाय का समग्र विकास संभव नहीं हैद्य इन्हीं जरूरतों को समझते हुए हमारी सरकार ने राज्य के अनुसूचित क्षेत्रों में जनजातीय विकास परिषद् का गठन किया है। 5800 आदिवासी बहुल गाँव जहां आदिवासियों की आबादी 80 प्रतिशत से अधिक है, चिन्हित किए गए हैं। इनमे से आरंभिक तौर पर 1000 गांवों का चयन कर सरकार वहाँ महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को एक- एक लाख रुपये दे रही हैद्य साथ ही, शिक्षित युवा, युवतियों के समूह को दो-दो लाख रुपये दिए जायेंगे। भूमिहीन आदिवासियों के लिए आवास का प्रावधान किया गया है। आदिवासी महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए उन्हें दो दृ दो गायें दी जा रही हैंद्य आदिम जनजाति के लिए प्राधिकार का गठन किया गया हैद्य उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के लिए आदिवासी छात्र दृ छात्राओं को 7 लाख रुपये तक का ऋण मुहैया कराया जा रहा हैद्य आदिवासी समुदाय को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, आदिवासी बहुल गांवों में आंगनबाडी केंद्र खोले जा रहे हैं, कौशल विकास के माध्यम से इन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा हैद्य
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि इन्होने पाकिस्तान की जमीन पर उसे मुंहतोड़ जवाब दियाद्य
इसके पहले केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह एवं मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने भगवान् बिरसा के जन्मस्थल उलिहातू जाकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया एवं उनके वंशजों से मुलाकात कर उन्हें सम्मानित कियाद्य मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार शहीद भगवान् बिरसा मुंडा समेत तमाम शहीदों के वंशजों की सुविधा और सम्मान का पूरा ख्याल रखेगी।
ग्रामीण विकास मंत्री श्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने अपने स्वागत भाषण में बिरसा भगवान् की कुर्बानियों को याद करते हुए उन्हें नमन किया और स्वतन्त्रता सेनानियों और उनके वंशजों को सम्मानित करने के लिए उलिहातू आने के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री के प्रति आभार व्यक्त कियाद्य उन्होंने इस इलाके में हो रहे विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त की।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए मुख्य सचिव श्रीमती राजबाला वर्मा ने कहा कि भगवान् बिरसा मुंडा की कुर्बानी को कभी भुलाया नहीं जा सकता और उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए राज्य सरकार उनके जन्मस्थल का समग्र विकास करने के लिए कृतसंकल्प हैद्य
केन्द्रीय गृह मंत्री के आग्रह पर भगवान् बिरसा मुंडा के वंशज श्री सुखराम मुंडा ने भी समारोह को संबोधित कियाद्य उन्होंने कहा कि श्री राजनाथ सिंह आदिवासियों के हित के लिए आये हैं और मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी जनजातीय समुदाय की उन्नत्ति के लिए कई योजना शुरू की है।
इस अवसर पर खूंटी जिले की 9 विकास परियोजनाओं का उदघाटन, शिलान्यास भी केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह एवं मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने किया।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री श्री नीलकंठ सिंह मुंडा, नगर विकास एवं आवास मंत्री श्री सी पी सिंह, स्वास्थ्य मंत्री श्री रामचंद्र चंद्रवंशी, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री डॉ. नीरा यादव, सांसद श्री रविन्द्र राय,श्री रामटहल चैधरी, विधायक श्री जीतुचरण राम, श्री विकास मुंडा, रामकुमार पाहन, नवीन जायसवाल, मुख्य सचिव श्रीमती राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव गृह श्री एन एन पाण्डेय, पुलिस महानिदेशक श्री डी के पाण्डेय, भी उपस्थित थे

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