जमशेदपुर।


हेलमेट पहनने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देने के लिए जन संपर्क कार्यालय ने शुरु किया सोशल मीडिया पर अभियान
हेलमेट रखने वाले ग्रामीणों को किया गया सम्मानित,बिना हेलमेट वालों को दिया हेलमेट
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी संजय कुमार ने ग्रामीणों में हेलमेट पहनने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देने के लिए ’’सेल्फी विद हेलमेट’’ जागरूकता मुहिम की शुरुआत की। आज उन्होंने जमशेदपुर घाटशिला नेशनल हाईवे संख्या 33 पर मुख्यालय से 34 किमी दूर स्थित शालबनी गांव पहुंचकर वहां के ग्राम प्रधान सुधीर कुमार गिरि की अगुवाई में पूरे गांव में जागरूकता अभियान चलाया। अभियान के क्रम में पता चला कि 300 की आबादी वाले इस गाँव में लगभग 50 दोपहिया वाहन हैं। 36 लोगों के घरों में हेलमेट मिला जबकि 14 घरों में नहीं मिला। संजय कुमार ने ग्राम प्रधान सुधीर गिरी तथा गणमान्य नागरिकों के साथ संयुक्त रूप से गुलदस्ता देकर उन ग्रामीणों को सम्मानित किया जो यातायात नियमों का पालन करते हुए तथा अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए हेलमेट पहनकर ही बाईक से निकलते हैं। हालाँकि गाँव के जो लोग मांगने पर भी घर में हेलमेट नहीं दिखा पाए उन्हें संजय कुमार ने ड्राइविंग लाइसेंस दिखाने पर मौके पर ही हेलमेट प्रदान करते हुए उन्हें हिदायत दी कि उनके गांव के एनएच पर स्थित होने के कारण उन लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति और भी अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है। ग्रामीणों ने उन्हें आश्वस्त किया कि अगले एक सप्ताह में गाँव के सभी दो पहिया चालकों के पास हेलमेट होगा। डीपीआरओ संजय कुमार ने सड़क सुरक्षा की दृष्टि से सोशल मीडिया पर आरम्भ किये गए जागरूकता कार्यक्रम ’’सेल्फी विद हेलमेट’’ की जानकारी देते हुए युवाओं से अपील की कि जो युवा सोशल मीडिया पर मौजूद हैं वे हेलमेट के साथ सेल्फी पोस्ट कर अपने दोस्तों को भी अनिवार्यतः हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित करें। बताया कि इसके लिए जिला स्तर पर भी फेसबुक पेज “selfie with helmet”बनाया गया है, आग्रह किया गया कि इस पेज पर भी लोग हेलमेट वाली सेल्फी पोस्ट करें। इस दौरान शालबनी के कई ग्रामीणों ने मौके पर ही सेल्फी लेकर अपने फेसबुक टाईम लाईन पर पोस्ट की। आज के इस जागरुकता कार्यक्रम में बिनोद कुमार पंडित तथा आरजू बख्श की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
सम्मानित होने वाले तथा हेलमेट पाने वालों में ब्रजेश कु0 सिंह, विकास चन्द्र गिरि, धर्मेन्द्र गिरि, महावीर गिरि, मनोज कुमार, विमल शतपथी, मधुसूदन, तरुण, पदमलोचन, समीर कुमार, सागर पंातर आदि ग्रामीण शामिल हैं।