जमशेदपुर ।

भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव का पर्व जन्माष्टमी शहर में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान सभी मंदिरों को विशेष तौर पर सजाया-संवारा गया था, जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी। हर साल की तरह इस साल भी सिदगोड़ा स्थित सूर्यधाम मंदिर में मनाया जाने वाला जन्माष्टमी समारोह श्रद्धालुओं के मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा। यहां मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया वहीं, राधाकृष्ण सजाओ प्रतियोगिता एवं ग्रुप डांस का आयोजन किया गया। इस मौके पर सूर्यधाम मंदिर के संरक्षक सह झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास उपस्थित थे। उन्होंने प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाया, साथ ही उनके हाथों विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया।
राधाकृष्ण सजाओ प्रतियोगिता के फाइनल राउंड में कुल 25 बच्चे चुने गये थे। इनकी उम्र 8 महीने से 8 वर्ष के बीच थी। उनकी राधाकृष्ण के रुप में सज्जा देखते ही बन रही थी। ग्रुप डांस प्रयिोगिता में शहर के 19 टीमों ने भाग लिया जिसमें सभी टीमों ने एक ही गाने पर नृत्य प्रस्तुत किया। इनमें से छह टीमों का चुनाव फायनल राउंड के लिये किया गया। फायनल राउंड में राधाकृष्ण प्रतियोगिता तथा गु्रप डांस में भाग लेनेवाले प्रतिभागियों में से तीन-तीन विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। सूर्यधाम मंदिर परिसर में जन्माष्टमी के अवसर पर मटकी फोड़ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। मटकी की ऊंचाई 20 फीट रखी गयी थी। प्रतियोगिता में कुल 13 टीमों ने भाग लिया जिसमें प्रत्येक टीम में 16 सदस्य थे। मटकी फोड़ प्रतियोगिता देखने के लिए काफी संख्या में लोग मंदिर परिसर में जुटे थे। वे गोविंदाओं का उत्साह बढ़ाते नजर आएं। इसमें स्वयं मंदिर के संरक्षक सह झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास शामिल थे। सबों ने प्रतियोगिता का जमकर लुप्फ उठाया। इस मौके पर सूर्यधाम मंदिर कमिटी के कमलेश सिंह, पवन अग्रवाल, गुंजन यादव, रमेश नाग, देबू सरकार, रंजीत सिंह, राजा तिवारी समेत अन्य लोग भी उपस्थित थे।
इधर, शहर के साकची स्थित शीतला मंदिर परिसर में जन्माष्टमी का पर्व काफी धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई थी। इस मौके पर राधा-कृष्ण का विशेष रुप से ऋंगार किया गया था। इसके लिए मथुरा, काशी और बनारस से लोगों को बुलाया गया था। भगवान कृष्ण को एक झूले में बैठाया गया था। इस दौरान श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था। मंदिर के पुजारी राजू वाजपेयी ने कहा कि भगवान कृष्ण की जन्माष्टमी सुख, शांति एवं समृद्धि के लिए मनाया जाता है। आज के दिन उपावस रखने और पूजा करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है। दूसरी ओर, बिष्टुपुर स्थित परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी मंदिर में जन्माष्टमी के मौके पर 24 घंटे का हरिकीर्तन आयोजित किया गया। इस दौरान रामायण पाठ और हवन भी हुआ। 11 पंडितों के साथ पूजा संपन्न कराया गया। इसी तरह शहर के अन्य मंदिरों में भी जन्माष्टमी के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किये गयें जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।