जमशेदपुर।


मुख्यमंत्री जमशेदपुर से रांची जाने के लिए जैसे ही घर से निकले तो वे अपने कारकेट को एयर पोर्ट मे न जाकर मनीफीट चलने को कहा। उसके बाद सीधे उनका कारकेट सीधे मनीफीट के रोड नबंर -5 मे रुका। कार से उतर कर पैदल ही मुख्यमंत्री रघुवर दास स्वर्गीय शंकर समददार के घर गए। सी एम के एक एक मुख्यमंत्री को अपने घऱ देख कर शंकर समददार के परिजन भौचक रह गए। हालाकि उस जगह कुछ पुराने भाजपा कार्यकर्ता जरुर मौजुद थे। शकर की पत्नी और बेटी मुख्यमंत्री को देखकर रोने लगी। उसके बाद सी एम ने शंकर समददार की निधन कैसे हुई उसके बारे जानकारी ली। इस सर्दभ मे शंकर की बेटी ने बताया कि दो माह पूर्व उन्हे कैसर डिटक्ट हुआ। काफी ईलाज कराया लेकिन एक माह के बाद उनका निधन हो गया।सी एम ने उन्हे शंकर समददारा की मौत पर काफी दुख व्यक्त करते हुए कहा कि शंकर पार्टी का सक्रिय कार्रकर्ता थे। उनकी कमी पार्टी मे हमेशा खलती रहेगी। उन्होने शंकर समददार के पत्नी को भरोसा दिलाया कि उनकी बेटे को अच्छी जगह नौकरी के अलावे बेटी की पढाई और शादी मे पूर्ण सहयोग देगे। इस दौरान जाते जाते सी एम ने शंकर समददारा के परिजनो को एक लाख का चैक सौपा ।
बताया जाता है कि शंकर समददार भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता थे, दो माह पूर्व शंकर समददार की कैसर बीमारी हो जाने के कारण निधन हो गया था।