JHARKHAND NEWS :केंद्रीय मंत्रीमंडल ने झारखंड के लिए गिरिडीह, लातेहार जिलों में दो नए केवी (केंद्रीय विद्यालयों) को दी मंजूरी

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डेस्क।

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अध्यक्षता में शुक्रवार को आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने देशभर में सिविल/रक्षा क्षेत्र के अंतर्गत 85 नए केन्द्रीय विद्यालय (केवी) खोलने तथा केवी शिवमोगा, जिला शिवमोगा, कर्नाटक के विस्तार को मंजूरी दी है। इनमें झारखंड के लिए 2 नये केन्द्रीय विद्यालयों को मंजूरी मिली है।

कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में गिरिडीह जिला अंतर्गत धनवार प्रखंड में एक और लातेहार जिले के बरवाडीह में एक केंद्रीय विद्यालय खोलने की मंजूरी मिली है।

कोडरमा से लोकसभा सांसद और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान जी का आभार प्रकट किया है।

अन्नपूर्णा देवी जी ने बताया कि धनवार में केन्द्रीय विद्यालय खोलने के लिए वे लगातार प्रयासरत थीं और केंद्रीय शिक्षा मंत्री से उन्होंने इस संबंध में कई बार आग्रह किया था। आज उन्हें काफी खुशी है कि माननीय प्रधानमंत्री जी और माननीय शिक्षा मंत्री जी ने कोडरमा लोकसभा क्षेत्र की जनता की मांग को पूरा किया और नये केन्द्रीय विद्यालय के निर्माण की मंजूरी प्रदान की है।

85 नए केन्द्रीय विद्यालयों की स्थापना तथा निकटवर्ती 01 मौजूदा केन्द्रीय विद्यालय केवी के विस्तार के लिए 2025-26 से आठ वर्षों की अवधि के लिए निधियों की कुल अनुमानित आवश्यकता 5872.08 करोड़ रुपये (लगभग) है। इसमें 2862.71 करोड़ रुपये (लगभग) का पूंजीगत व्यय घटक तथा 3009.37 करोड़ रुपये (लगभग) का परिचालन व्यय शामिल है।

देश भर में 1256 कार्यात्मक केन्द्रीय विद्यालय हैं, जिनमें से 03 विदेशी धरती पर मास्को, काठमांडू और तेहरान में स्थित हैं। इन केन्द्रीय विद्यालयों में कुल 13.56 लाख छात्र अध्ययन कर रहे हैं।

परियोजना के क्रियान्वयन के लिए प्रशासनिक संरचना में लगभग 960 छात्रों की क्षमता वाले एक पूर्ण केन्द्रीय विद्यालय के संचालन के लिए संगठन द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुरूप पदों के सृजन की आवश्यकता होगी। इस प्रकार, 960 x 86 = 82560 छात्र लाभान्वित होंगे।प्रचलित मानदंडों के अनुसार, एक पूर्ण केन्द्रीय विद्यालय 63 व्यक्तियों को रोजगार प्रदान करता है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसरण में, लगभग सभी केंद्रीय विद्यालयों को पीएम श्री स्कूल के रूप में नामित किया गया है, जो एनईपी 2020 के कार्यान्वयन को रेखांकित करता है और अन्य के लिए अनुकरणीय स्कूल के रूप में कार्य करता है। केवी अपने गुणवत्तापूर्ण शिक्षण, अभिवन शिक्षण पद्धति और अद्यतन अवसंरचना के कारण उन स्कूलों में से एक हैं, जिनकी सबसे अधिक मांग है। हर साल केवी के कक्षा 1 में प्रवेश के लिए आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और सीबीएसई द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षाओं में केंद्रीय विद्यालयों के छात्रों का प्रदर्शन सभी शैक्षणिक प्रणालियों में लगातार सर्वश्रेष्ठ रहा है।

अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि झारखंड में दो नये केन्द्रीय विद्यालयों की स्वीकृति से इन क्षेत्रों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और उच्च स्तर की शिक्षा हासिल होगी और अनेक लोगों के लिए रोजगार के भी अवसर सृजित होंगे।

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