
रांची – आज रांची स्थित मुख्यालय के सभागार में महानिदेशक-सह-महासमादेष्टा, गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवाएँ, झारखंड के एम.एस. भाटिया (भा.पु.से.) की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया।
इस बैठक में अग्निशमन सेवाओं की पिछले छह माह की गतिविधियों की व्यापक समीक्षा की गई। महानिदेशक महोदय ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जनता के बीच अग्निशमन सुरक्षा को लेकर अधिक से अधिक जागरूकता फैलाएं। खासतौर पर अस्पतालों और बहुमंजिला इमारतों (High Rise Buildings) में मॉक ड्रिल कराए जाने के भी निर्देश दिए गए, ताकि आपातकालीन स्थितियों से प्रभावी तरीके से निपटा जा सके।
बैठक में निम्नलिखित बिंदुओं पर समीक्षा की गई:
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पिछले छह माह में हुए अग्निकांडों की स्थिति
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अग्निशामक कर्मियों की संख्या और तैनाती की स्थिति
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ईंधन की आपूर्ति और खपत
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अग्निशमन उपकरणों की उपलब्धता और स्थिति
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फायर एडवाइजरी और NOC से संबंधित मामलों की समीक्षा
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कार्यालय, आवास और भूमि चयन से जुड़े मुद्दों की स्थिति
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अग्निशमन वाहनों के रद्दीकरण
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लंबित एसी/डीसी मामलों, अनुकंपा नियुक्ति, पेंशन, और विभागीय जांचों की स्थिति
महानिदेशक श्री भाटिया ने कहा कि सभी लंबित कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र पूरा किया जाए, ताकि सेवा की गुणवत्ता में सुधार हो सके और आमजन को बेहतर सुरक्षा उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने सभी अग्निशमालय प्रभारियों और संबंधित शाखा प्रभारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश भी दिए।
इस बैठक में पुलिस उपमहानिरीक्षक अजय लिण्डा (भा.पु.से.), प्रभारी अपर राज्य अग्निशमन पदाधिकारी, सभी अग्निशमालय प्रभारी और विभिन्न शाखाओं के प्रमुख उपस्थित रहे।
यह बैठक राज्य में अग्निशमन सेवाओं को और अधिक सशक्त एवं जवाबदेह बनाने की दिशा में एक ठोस कदम के रूप में देखी जा रही है। इससे न केवल सेवा की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी मदद मिलेगी।