जमशेदपुर।
जिला सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय के द्वारा आज पूर्व निर्धारित समय अनुसार पोटका प्रखण्ड परिसर स्थित सभागार में ’’वज्रपात से बचाव, वज्रपात शमन के उपाय, वज्रपात जोखिम क्षेत्रों व वज्रपात की स्थिति में सरकारी राहत प्रावधान’’ विषयक जागरुकता सेमिनार आयोजित किया गया। इस सेमिनार में पंचायती राज प्रतिनिधियों, राजस्व कर्मियों व ग्रामीण पत्रकारों को वज्रपात संबंधी विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी गयी। पोटका प्रखण्ड पंचायत समिति प्रमुख श्रीमती सुकुरमनी टूडु, अंचल अधिकारी श्री द्वारिका बैठा की उपस्थिति में जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी संजय कुमार व जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी श्री पंकज कुमार ने उपस्थित सभी मुखियागणों, पंचायत समिति सदस्यों, प्रखण्ड-अंचल कर्मियों व ग्रामीण पत्रकारों को ’’वज्रपात के दौरान क्या करें/क्या ना करें ’’ संबंधी सभी बीस बिंदुओं पर विस्तार से समझाया। डीपीआरओ संजय कुमार ने कहा कि झारखण्ड का कोल्हान क्षेत्र वज्रपात के प्रति अत्यंत संवेदनशील है, जिससे प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में व्यक्तियों व पशुओं के हताहत होने के साथ साथ असंख्य घर क्षति ग्रस्त हो जाते हैं। किन्तु उक्त नुकसान को सावधानी एवं जागरुकता से कम किया जा सकता है। बताया कि शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रमीण क्षेत्र अधिक जोखिम पूर्ण हैं विशेष कर धान के खेत, तालाब, झील, कच्चे मकान, एकाकी लम्बे पेड़, खेत आदि में स्थित एकाकी मकान वज्रपात को आकर्षित करने के हिसाब से खतरनाक है। इसलिए उन्होंने सभी पंचायत प्रतिनिधियों को मुद्रित सामग्री उपलब्ध कराते हुए आग्रह किया कि वे लोग अपने अपने गाॅव में भी इस प्रकार के जागरुकता कार्यक्रम अपने स्तर पर आयोजित कर ग्रामीणों को जागरुक करें।
बताया कि वज्रपात को झारखण्ड सरकार ने ’’राज्य की विशिष्ट आपदा’’ के रुप में अधिसूचित किया है। अतः इसके पीड़ितों को राज्य आपदा मोचन निधि के मद एवं मापदंड के अनुसार निम्नलिखित दरों पर मुआवजे के भुगतान का प्रावधान है:-
मृतक के आश्रित कोे 4 लाख रुपये प्रति मृतक, घायल व्यक्ति को 4300 से 2 लाख रुपये तक, मकान की पूर्ण क्षति पर 95100 रुपये, झोपड़ी के लिए 4100 रुपये । वहीं दुधारु गाय भैंस इत्यादि के मामले में 30000 रुपये प्रति पशु , बैल भैंसा इत्यादि 25000 रुपये व भेड़ बकरी 3000 रुपये प्रति मृत पशु।
वज्रपात की स्थिति में प्रभावित व्यक्ति या परिजन थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रति व पोस्मार्टम रिपोर्ट की प्रति के साथ अपने अंचल कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं।
इस अवसर पर उपरोक्त लोगों के अलावा पोटका सीडीपीओ राजनंदिनी, बीपीओ बंधु महतो, तीन पंचायतों के मुखिया क्रमशः भागीरथ हांसदा, मालती हांसदा, राज कमल सिंह तथा सभी पंचायतों के पंचायत समिति सदस्य क्रमशः उर्मिला सामाद, अनीता सिंह, देवंती सरदार, साधुमनी सोरेन, सोनामुनी हांसदा, पुतुल कुमारी हांसदा, सुबोध कुमार सरदार , लाखन माझी, दुखनी माई सरदार, पूमा सरदार, अंजली मण्डल एवं दर्जनों अन्य पंचायत प्रतिनिधियों के अलावा सूचना जन सम्पर्क कार्यालय के कर्मी भविष्य कु0 शर्मा, अनुप कुन्डू व बीरेन्द्र कु0 डोगरा मौजूद थे।
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