जामताड़ा:
नव वर्ष 2022 के स्वागत में लोग इस कदर जुट गए हैं कि उसका असर सरकारी संस्थानों पर भी पड़ने लगा है। शनिवार को सदर अस्पताल जामताड़ा में इसका असर व्यापक रूप से देखने को मिला। जहां कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर मौजूद थे लेकिन ओपीडी और वैक्सीनेशन साइट पर सन्नाटा पसरा हुआ था।
अमूमन प्रतिदिन लगभग 9 बजने के पहले ही सदर अस्पताल के ओपीडी में मरीजों का आना शुरू हो जाता था। लेकिन शनिवार का नजारा इसके विपरीत9 रहा। नए साल की खुशी में लोग इस कदर व्यस्त हो गए हैं कि अस्पताल परिसर में सन्नाटा पसरा हुआ है। न वाहनों की भीड़ दिख रही है और ना ओपीडी में मरीजों का तांता। यहां तक कि वैक्सीनेशन साइट भी खाली पड़ा हुआ है। जहां खाली कुर्सियां बेनिफिसरी का इंतजार कर रही है। वहीं दूसरी ओर वैक्सीनेशन साइट पर मौजूद कर्मी चुपचाप बैठे समय व्यतीत कर रहे हैं। ओपीडी खुला हुआ है डॉक्टर अपनी ड्यूटी में है लेकिन मरीज नदारद है।
जामताड़ा जिला में कोरोनावायरस संक्रमण का मामला अचानक तेजी से बढ़ने लगा है। बीते दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में संक्रमण का मामला तेजी से उभरा है। 4 दिनों में कोरोना संक्रमित 12 मरीजों की पहचान हुई है। प्रशासन की ओर से अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीनेट किए जाने की मुहिम चलाई जा रही है। लेकिन आज का नजारा देख कर लग रहा है कि लोग अपनी और समाज की सुरक्षा को लेकर कितने गंभीर हैं। वैक्सीनेशन साइट पर मौजूद डाटा ऑपरेटर शाहबाज ने बताया कि 9:00 बजे से ड्यूटी पर तैनात हैं लेकिन एक भी लाभुक नहीं पहुंचा है। जिसके कारण वैक्सीनेशन शनिवार को प्रारंभ नहीं हो सका है। दोपहर तक यही नजारा देखने को मिला।
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