JAMTARA NEWS :मौत से जूझ रही है दहेज प्रताड़ना की शिकार सहीरन खातून

 3 थानों के चक्कर में महीने बाद भी नहीं दर्ज हुई प्राथमिकी

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जामताड़ा।
दहेज लोभियों के प्रताड़ना की शिकार 24 वर्षीय सहीरन खातून जिंदगी और मौत से जूझ रही है। सहीरन की जिंदगी मौत से भी बदतर हो गई है। पिछले लगभग 3 महीने से वह अचेत अवस्था में है। न कुछ बोल पाती है, न सुन पाती है और ना ही उसका समुचित ढंग से इलाज हो पा रहा है। गरीब पिता प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए दर-दर की ठोकर खा रहे है। लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं है। ससुराल वालों की प्रताड़ना की शिकार हुई सहीरन पिछले 3 महीने से अधिक समय से बिस्तर पर पड़ी जिंदगी और मौत से जूझ रही है और दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी तक दर्ज नहीं की गई है। दुमका जिला के मसालिया थाना से लेकर जामताड़ा जिला के करमाटांड़ थाना और महिला थाना तक सहीरन खातून के परिजन चक्कर काट रहे हैं।

बता दें कि 6 वर्ष पूर्व दुमका जिला के मसलिया थाना क्षेत्र के धावा डंगाल निवासी मकबूल मियां की बेटी सहीरन खातून की शादी जामताड़ा जिला के करमाटांड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत भीठड़ा गांव निवासी समीम अंसारी के साथ हुआ था। शादी के बाद ₹50000 और मोटरसाइकिल की मांग की जाने लगी। लड़की ने कहा कि उसके पिता इतना देने में सक्षम नहीं है वह बहुत गरीब लोग हैं। उसके बाद परिजनों की ओर से प्रताड़ना का दौर शुरू हो गया। इसी चक्कर में उसके साथ मारपीट की जाने लगी। जिससे उसके शरीर के अंदरूनी हिस्से और सिर में गंभीर चोट आ गई। जिसका इलाज मायके वालों की ओर से करवाया जा रहा है। लेकिन तंगहाली की वजह से वे उसका समुचित इलाज नहीं करवा पा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि सरकारी अस्पताल दो से 3 दिन रखने के बाद डिस्चार्ज कर देता है। नतीजा घर पर ही रख कर जैसे-तैसे दवा करवा रहे हैं।

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वही पीड़ित पक्ष आरोपीत पति समीम अंसारी, फरीद अंसारी, खातिर मियां, पेरवानू बीबी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए दुमका जिला के मसलिया थाना क्षेत्र से जामताड़ा जिला के करमाटांड़ और महिला थाना का चक्कर काट रहे हैं। लेकिन कोई उनका आवेदन लेने को तैयार नहीं है।

परिजनों की मानें तो मसलिया थाना का कहना है कि घटनास्थल करमाटांड़ थाना क्षेत्र का है तो वहां प्राथमिकी दर्ज करवाएं और करमाटांड़ थाना का कहना है कि पति पत्नी के विवाद और दहेज संबंधित मामला है इसलिए इस मामले को महिला थाना में दर्ज करवाया जाए। वही महिला थाना का कहना है कि पीड़िता अचेत अवस्था में है जिस कारण मामला 307 का बनता है और यह करमाटांड़ थाना क्षेत्र में ही दर्ज हो सकता है। लगातार थाने से दौड़ाए जाने के बाद परिजनों ने हताश होकर शुक्रवार को जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी से संपर्क किया। विधायक महिला थाना पहुंचे और पुलिस से बात करने के बाद विधायक ने आश्वासन दिया कि एसडीपीओ से बात कर प्राथमिकी करमाटांड़ थाना में दर्ज करवाएंगे। लेकिन अब तक पीड़ित का प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सका है।

क्या कहते हैं एसडीपीओ:
– मामला अभी मेरे संज्ञान में आया है, इस बात की जानकारी मुझे नहीं थी इस मामले की जांच करवा कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके। आनंद ज्योति मिंज, एसडीपीओ जामताड़ा

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