जामताड़ा :
राष्ट्रीय मानवाधिकार सेवा ट्रष्ट ने गरीब व आर्थिक रूप से पिछड़ी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। जिससे अब घरों में बैठी महिलाएं अपना समय बर्बाद न कर रोजगार के लिये समय व्यतीत करेंगी। रोजगार न मिलने के कारण आर्थिक रूप से पिछड़ रही महिलाओं को निशुल्क सिलाई बुनाई के काम से हुनरमंद करके इनको स्वरोजगार के लिये बढ़ाने का काम राष्ट्रीय मानवाधिकार सेवा ट्रष्ट के संयुक्त सचिव हाफिज एहतेशामूल मिर्जा कर रहे हैं। गुरुवार को ट्रस्ट से जुड़ी महिला संगठनों की एक बैठक सिलाई प्रशिक्षण केंद्र में आहूत की गई जिसमें जिले के विभिन्न प्रखंडों से, धनबाद और देवघर जिले से, तथा बंगाल से भी महिलाएं शामिल हुई I बैठक में उपस्थित महिला सदस्यों को अपने अपने क्षेत्र के लिए दायित्व भी दिए गए I कहा की जिले के साथ अन्य स्थानों में निशुल्क प्रशिक्षित करने का उद्देश्य है। ट्रष्ट के सेवा भावना को देखते हुवे अब महिलाएं लगातार जुड़ रही हैं। इस दिशा में कार्य करते हुवे पश्चिम बंगाल से आई प्रतिमा कुमारी ने बताई की जामताड़ा में ट्रष्ट द्वरा ऐसे कार्यों को देखते हुवे लगा कि बंगाल में भी यह ट्रष्ट ऐसे ही काम करें जिससे वहाँ की महिलाये भी प्रशिक्षित होकर स्वरोजगार करें। मौके पर संयुक्त सचिव हाफिज एहतेशामुल मिर्जा ने कहा की हमारी ट्रष्ट ऐसे महिलाओं के साथ है जो आर्थिक रूप से पिछड़े हुवे हैं। ऐसी महिलाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें स्वरोजगार करने में मदद करते हैं। बताया कि सिलाई बुनाई प्रशिक्षण के अलावा कोचिंग सेंटर विद्यालय आदि खोलने में भी ट्रस्ट अहम भूमिका निभा रही है I इस बैठक में रेशमा बीवी, फरीदा खातून, रेहाना खातून, डोली देवी, तमन्ना खातून, शमा परवीन, पूजा कुमारी, फरजाना खातून, प्रतिमा कुमारी, अफसाना खातून, सहित अन्य महिला सदस्य उपस्थित थे I
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