वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा हेमंत सरकार बना रही है नियोजन नीति, बिहार सरकार पहले ट्राइबल भाषा को दर्जा दे फिर हमसे बात करें
JAMTARA
: रांची से दुमका जाने के क्रम में जामताड़ा परिसदन पहुंचे सूबे के वित्त सह आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने अनुबंध कर्मियों के आंदोलन के बाबत कहा कि पूर्व की सरकार ने रेबरियों की तरह नौकरी बांटी। कोई नियोजन नीति नहीं थी। हेमंत सरकार सभी के लिए नियोजन नीति बना रही है। स्थिति बहुत जल्द सुधर जाएगी। उन्होंने कहा कि जो खामियां थी पूर्व की सरकारों की नीतियों में उसे दुरुस्त करने का काम हेमंत सरकार कर रही है। वही भाषाई विवाद को लेकर मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कुछ गलत नहीं कहा। झारखंड राज्य किसी की मेहरबानी से नहीं लड़ कर लिया गया है। और जो यहां की भाषा है उसे नियोजन नीति में लागू किया जा रहा है तो क्या गलत है। बिहार में भी संथाली, उरांव काफी संख्या में है। बिहार के सीएम भाई कहते हैं तो बड़े भाई की तरह दरियादिली दिखाए और संथाली, उरांव भाषा को राज्य में दर्जा दे, उसके बाद बात करें। कहा कि मैथिली, भोजपुरी आदि बिहार की क्षेत्रीय भाषा है, जो वहां बोली जाती है। कमोबेश लोग झारखंड में उस भाषा का प्रयोग करते हैं। इस दौरान मजदूर नेता एआईसीसी सदस्य हरिमोहन मिश्रा ने मुलाकात की। वहीं डीलर एसोसिएशन ने एक ज्ञापन सौंपा।
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