JAMSHEDPUR TODAY NEWS : टाटा स्टील ने नोआमुंडी आयरन माइन को लगातार चौथे वर्ष सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए 5-स्टार रेटिंग मिली

127

नई दिल्ली/जमशेदपुर/नोआमुंडी: टाटा स्टील की नोआमुंडी आयरन माइन (एनआईएम) को वर्ष 2020-21 के लिए सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए 5-स्टार रेटिंग प्रदान की गई है। एनआईएम को लगातार चौथी बार यह सम्मान मिला है। इससे पहले 2017-18, 2018-19 और 2019-20 में भी एनआईएम को 5-स्टार रेटिंग दी गई थी।

शिरीष शेखर, चीफ नोआमुंडी, टाटा स्टील और जी टी रेड्डी, महासचिव, नोआमुंडी मजदूर यूनियन ने टाटा स्टील की ओर से श्री प्रल्हाद जोशी, केंद्रीय खान, कोयला और संसदीय कार्य मंत्री, भारत सरकार से यह पुरस्कार प्राप्त किया।

यह पुरस्कार केंद्रीय खान मंत्रालय द्वारा 12 जुलाई को नई दिल्ली में प्रतिष्ठित आजादी का अमृत महोत्सव  सप्ताह समारोह के हिस्से के रूप में आयोजित 6ठे राष्ट्रीय खान और खनिज सम्मेलन के दौरान दिया गया था।

पुरस्कार प्राप्त करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, डी बी सुंदरा रमम, वाईस प्रेसिडेंट, रॉ मैटेरियल्स, टाटा स्टील ने कहा कि “हम सस्टेनेबिलिटी के मामले में अग्रणी रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं।  हम अपनी पर्यावरणीय प्रतिक्रिया को बढ़ाने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी का लाभ उठा रहे हैं और सस्टेनेबल विकास को सुनिश्चित करने  और समुदायों के साथ मजबूत संबंधों को बढ़ावा देते हुए प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध हैं।  यह पुरस्कार हमारे  सस्टेनेबल खनन अभ्यासों का प्रमाण है और यह सस्टेनेबल डेवलपमेंट के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।”

टाटा स्टील का संचालन दर्शन शून्य नुकसान, संसाधन दक्षता, सर्कुलर इकॉनमी, इसके पारिस्थितिक फुटप्रिंट को कम करने और समुदाय तथा कार्यबल की देखभाल के सिद्धांतों में गहराई से निहित है। सस्टेनेबल माइनिंग खनन और खनन हो चुके क्षेत्रों में और उसके आसपास पारिस्थितिक बहाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।  वनीकरण के माध्यम से परित्यक्त क्षेत्रों के विकास से लेकर खनन किए गए क्षेत्रों के सुधार तक, टाटा स्टील में प्रत्येक चरण पर सावधानीपूर्वक विचार और कार्यान्वयन किया जाता है।  अपने संचालन की आधारशिला के रूप में सस्टेनेबिलिटी के साथ, एनआईएम ने नोआमुंडी में और उसके आसपास ऊर्जा संरक्षण और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने जैसे वर्षा जल संचयन, वृक्षारोपण, कार्बन फुटप्रिंट को कम करने की दिशा में 3 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना और सस्टेनेबल तरीके से बिजली उत्पन्न करने जैसी कई पहल किये हैं। इसके अलावा, यह 2019 में 22 महिला हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी ऑपरेटरों की नियुक्ति में अग्रणी रही है और इसे सभी शिफ्टों में महिलाओं को तैनात करने वाली भारत की पहली खदान होने का श्रेय जाता है।

खान मंत्रालय ने सस्टेनेबल डेवलपमेंट फ्रेमवर्क के कार्यान्वयन के लिए उनके प्रयासों और पहल के लिए 2016 में खनन लीज मालिकों को पुरस्कृत करने के लिए ‘खानों की स्टार रेटिंग’ की योजना शुरू की थी।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More