जमशेदपुर।
जमशेदपुर के प्रचारक हरविंदर सिंघ जमशेदपुरी ने जमशेदपुर के तीन अलग अलग गुरदुवरा साहिब में खालसा प्रगट दिवस के बारे संगत को रूबरू कराया जिसमें सकची में सुबह १० बजे से ११ बजे तक गोलपहाड़ी गुरदुवरा साहिब में ११:१५ से १२ बजे तक एवं मनिफ़िट गुरदुवरा साहिब में 12:15 se 1:15 तक संगत को निहाल किया उन्होंने अग़ल अलग विचार खालसा के महत्व के बारे बताया उन्होंने कहा की हमें जब गुरु गोबिंद सिंघ जी ने खंडे की पहुल दी है तो हमारी कोई जात पात नहीं हम सिर्फ़ ओर सिर्फ़ सिख है गुरु साहिब ने हमें 5 ककार बाक्षे जो हमें निडर होने की परेरणा देता है साथ ही उन्होंने कहा की सिक्ख धर्म में ओरत एवं मर्द को बराबरी का दर्जा दिया गया है क्यों की गुरु गोबिंद सिंघ जी ने मर्दों के नाम के आगे सिंघ ओर ओरतो के नाम के आगे कौर लगाया है इस लिए इसमें फ़र्क़ कभी नहीं करना चाहिए हरविंदर ने कहा की गुरु साहिब ने 5 कंकरों में सबसे ज़दा महानता केशों को दी है यानी कोई सिख इसकी बेदबी ना करे इसके साथ ही साथ हमें बाक़ी 4 कंकरों की भी सम्भाल रखनी है एक सिख इसके बिना अधूरा है कंकरों के साथ साथ साँचे गुणो को भी धारण करना अनिवार्य है क्यों की गुरु साहिब ने कहा है रहत पेयारी मुझको सिख पियारा नाहीं अर्थात् जीवन में सीखी के असुलो को भी जीवन में रखना ज़रूरी है हरविंदर ने इस दोरान कहा की माँ बाप भी सीखी के प्रति बच्चों को भी समय दे ताकि आने वाली पीढ़ी सिक्खी के प्रति मज़बूत हो सके
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