जमशेदपुर।
साहित्य समिति, तुलसी भवन द्वारा संस्थान के प्रयाग कक्ष में शहर के नामचीन कवि – कथाकार प्रदीप कुमार मिश्र की तीसरी काव्य संग्रह ” रस मंजर ” का लोकार्पण किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज मे विभागाध्यक्ष शिक्षा शंकाय डॉ. त्रिपुरा झा तथा मौके पर रॉची से पधारी कवयित्री श्रीमती गीता चौबे ‘गुंज’ विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित थीं ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता तुलसी भवन के मानद महासचिव सह साहित्य समिति के अध्यक्ष श्री प्रसेनजित तिवारी तथा संचालन साहित्य समिति के सचिव डॉ. अजय कुमार ओझा ने की ।
दीप प्रज्वलन के साथ समारोह की शुरुआत हुई । सरस्वती वंदना डॉ. वीणा पाण्डेय ‘भारती’ ने प्रस्तुत किया । स्वागत वक्तव्य श्री यमुना तिवारी ‘व्यथित’ ने दिया । रचनाकार का परिचय श्रीमती माधवी उपाध्याय एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री अशोक पाठक ‘स्नेही’ द्वारा दी गई ।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रुप में उपस्थित श्री दिव्येन्दु त्रिपाठी ने लोकार्पित पुस्तक पर अपना मंतव्य व्यक्त करते हुए कहा कि ‘ रस मंजर ‘ नवीन उपमानों, संदर्भो और प्रतिपाद्य से युक्त एक पठनीय काव्य संग्रह है जो कि विभिन्न विसंगतियों के बीच मानव जीवन के विजय का उद्घोष करता है । कवि ने रस परंपरा के निर्वहन का प्रयास करके भारतीय काव्य शास्त्र की परंपरा को गौरवांवित किया है ।
मुख्य अतिथि डॉ. त्रिपुरा झा ने कहा कि रस मंजर में सामाजिक सरोकार के अनेक विषयों को शामिल किया गया है । यह एक सर्वथा पठनीय और संग्रहणीय काव्यकृति है ।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में श्री प्रसेनजित तिवारी ने बताया कि रस मंजर में अन्य विषयों के साथ – साथ राष्ट्रीय भावों से ओत प्रोत अनेक कविताएं हैं जो कि भारत के सदैव विजयी होने का उद्घोष करती है ।
इस अवसर पर मुख्य रुप से सर्वश्री / श्रीमती नीलिमा पाण्डेय, सुरेश चन्द्र झा, कैलाश नाथ शर्मा ‘गाजीपुरी’, नीता सागर चौधरी, ब्रजेन्द्र नाथ मिश्र, निवेदिता श्रीवास्तव, अरुणा भूषण, भंजदेव देवेन्द्र कुमार व्यथित, जितेश कुमार तिवारी, धर्म चन्द्र पोद्दार, कन्हैया लाल अग्रवाल, नवीन कुमार अग्रवाल, नमीता मिश्र, शान्या दत्ता, काजल मिश्र, शीतल प्र. दूबे, सुमंत मिश्र एवं संतोष पाण्डेय उपस्थित थे ।
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