Jamshedpur News:बैंक राष्ट्रीयकरण दिवस–बैंकों के निजीकरण की तैयारी के खिलाफ बैंक यूनियनों ने निकाली संयुक्त रैली

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जमशेदपुर.

बैंक राष्ट्रीयकरण दिवस के मौके पर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बैंक यूनियन एसडीबीईए, बीईएफआई और अन्य संगठनों की जिला इकाई की ओर से शुक्रवार की शाम बिष्टुपुर पोस्टल पार्क में संयुक्त रैली निकाली गई.इस दौरान वक्ताओं ने केंद्र सरकार की तरफ से बैंकों के निजीकरण की तैयारियों का विरोध किया. लोगों को रींटू रजक, सुजय राय व अन्य प्रतिनिधियों ने संबोधित किया.

वक्ताओं ने कहा कि 19 जुलाई 1969 को 14 बैंकों और उसके बाद 6 और बैंकों का तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार द्वारा राष्ट्रीयकरण किया गया था.इस कदम ने भारत में बैंकिंग सेवा का एक नया क्षितिज खोल दिया, जिससे दूर-दराज के गांवों तक के करोड़ों लोगों को सस्ती कीमत पर सेवा प्रदान की गई. इसने लाखों युवाओं को रोजगार प्रदान किया और साथ ही कृषि सहित प्राथमिकता वाले क्षेत्र के लिए आवश्यक ऋण प्रदान किए, जिसके परिणामस्वरूप कृषि क्षेत्र में भारी वृद्धि हुई. हरित क्रांति इसका एक उदाहरण रही है. इसके अलावा, सभी राष्ट्रीयकृत बैंक 14 लाख करोड़ के बट्टे खाते में डालने के बावजूद सरकार को भारी लाभ और लाभांश दे रहे हैं.

वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान सरकार इन राष्ट्रीयकृत बैंकों को बड़े घरानों को बेचने और अपने बजटीय घाटे को पूरा करने और उनके द्वारा लिए गए भारी ऋणों के पुनर्भुगतान के लिए एक कोष जुटाने पर लगी है.
वक्ताओं ने कहा कि बीईएफआई निजीकरण के कदम का पुरजोर विरोध करता है.

इस कार्यक्रम में बैंकों से एनसीबीई, आईईएजेडी, एआईएलएसए, बीएसएसआर यूनियन जैसे कई अन्य संगठनों ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया. इस दौरान
कॉमरेड सुजॉय रॉय, कॉमरेड रिंटू रजक, कॉमरेड हीरा अरकने,कॉम.पीयूष रंजन गुप्ता, कॉम.एस.के.करन, कॉम.आर एन पी सिंह समेत अन्य शामिल हुए.

इस अवसर पर बड़ी संख्या में बैंकों की महिला कर्मी एवं अन्य संस्थानों के सदस्य मौजूद रहे.

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