Jamshedpur today news:बेयर ने आरएक्सडीएक्स हेल्थकेयर एवं पीरामल स्वास्थ्य के साथ किया भागीदारी का ऐलान
रांची में खुला पीरामल स्वास्थ्य का हब
– बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड व उत्तर प्रदेश के 13 सेंटर्स को सेवाएं मिलेंगी
– टेलीमेडिसन सेंटर से कम से कम 25-35 गांवों की 35,000-50,000 की आबादी को स्वास्थ्य सेवाएं मिलने की उम्मीद
रांची, : हैल्थ केयर तथा पोषण जैसे लाइफ साइंस से जुड़े क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले वैश्विक उपक्रम बेयर ने अगले दो वर्षों के दौरान, बेयर फाउंडेशन इंडिया के माध्यम से भारत के 8 राज्यों में स्थित 12 जिलों में 27 टेलीमेडिसन सेन्टर स्थापित करने की घोषणा की है। आरएक्सडीएक्स हेल्थकेयर और पीरामल स्वास्थ्य के सहयोग से स्थापित किए जा रहे ये सेंटर्स समय पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करने, स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य से जुड़ी क्षमता तैयार करने और स्थानीय इनोवेशन को सहयोग देने के बेयर के मूल सिद्धांतों के अनुरूप हैं।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य झारखंड,बिहार, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में टेलीहेल्थ सुविधाएं उपलब्ध कराना है ताकि टेलीहेल्थ के जरिए हैल्थ केयर से जुड़े सभी सोल्यूशंस मुहैया करवाने के साथ-साथ स्वास्थ्य, स्वच्छता तथा पोषण जैसे विषयों पर प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रमों को भी आयोजित किया जा सके। इसके अलावा, ब्रेस्ट कैंसर, डायबिटीज़ और डर्मेटोलॉजी जैसे विषयों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए नियमित रूप से मेडिकल कैंप भी आयोजित किए जाएंगे।
बेयर के साउथ एशिया प्रेसिडेंट और ग्लोबल हेड ऑफ स्मॉलहोल्डर फार्मिंग, डी नरेन ने कहा, “हमारा मानना है कि ग्रामीण क्षेत्रों और समाज के कम सुविधा प्राप्त तबकों के लिए किफायती हैल्थकेयर सुविधाएं प्रदान करने के सरकारी लक्ष्यों को साकार करने में टैक्नोलॉजी और इनोवेटिव सॉल्यूशंस काफी अहम् भूमिका निभा सकते हैं।”
आरएक्सडीएक्स हेल्थकेयर और पीरामल स्वास्थ्य के पास लक्षित जिलों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में टेलीमेडिसन सेंटर चलाने की विशेषज्ञता है। दोनों भागीदारियों से अनोखे हब और स्पोक (नोडल) मॉडल के तहत्, टेलीमेडिसन सेंटर्स चलाने की सुविधा मिलेगी। आरएक्सडीएक्स हेल्थकेयर टेलीमेडिसिन कमांड सेंटर बेंगलुरु में स्थित होगा जो कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र तथा मध्य प्रदेश में 14 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को सेवाएं देगा, जबकि पीरामल स्वास्थ्य का हब रांची में स्थित होगा और इससे बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड व उत्तर प्रदेश के 13 सेंटर्स को सेवाएं मिलेंगी। प्रत्येक नोड में एक एएनएम (ऑक्सिलरी नर्सिंग मिडवाइफरी) या जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी होगें जो हब में डॉक्टरों के साथ टेलीमेडिसिन परामर्श के काम की देखरेख करेंगे। प्रत्येक हब में सीनियर जनरल फिजिशियन के साथ ही लगभग 15 से ज़्यादा विषयों के विशेषज्ञ डॉक्टर मौजूद होंगे।
टेलीराड फाउंडेशन की ट्रस्टी और आरएक्सडीएक्स हेल्थकेयर की संस्थापक, डॉ. सुनीता माहेश्वरी ने कहा, “माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने “वन इंडिया, वन हैल्थ” का आह्वान किया है। ‘फिजिटल’ पीएचसी का उद्देश्य “वन इंडिया, वन हैल्थ” की इसी सोच को साकार करने में मदद करना है। इसके तहत्, विशेषज्ञों से मुफ्त परामर्श, पॉइंट-ऑफ-केयर टेस्टिंग, ज़रूरी स्क्रीनिंग और दवा वितरण जैसी सुविधाओं के ज़रिए पीएचसी की जरूरी स्वास्थ्य सुविधाओं को ब्लॉक एवं गांव के स्तर तक पहुंचाया जाएगा।”
पीरामल फाउंडेशन के टेक इंटरवेंशन के प्रमुख, इश्मीत सिंह ने कहा, “स्वास्थ्य सेवाओं का डिजिटलीकरण करने के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप, यह टेलीमेडिसन सेवा स्वास्थ्य सेवाओं को लाभार्थियों के घरों तक पहुंचाएगी और साथ ही बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में लाभार्थियों के स्वास्थ्य पर होने वाले खर्च और स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ने वाले बोझ को भी प्रभावी तरीके से कम करेगी। ”
इस योजना के लिए जिला स्वास्थ्य अधिकारी के साथ मिलकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) की पहचान की गई है। जनरल फिजिशियन (जीपी) के साथ मिलकर प्रशिक्षित जीएनएम (जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी) सेन्टर के रोजाना के काम की देखरेख करेंगे। जीएनएम सेंटर कोऑर्डिनेटर का काम भी देखेंगे। जनरल फिजिशियन (जीपी) ज़रूरी स्वास्थ्य परामर्श देंगे। टेलीकंसल्टेशन के ज़रिए स्वास्थ्य से जुड़े 20 अलग-अलग विषयों पर परामर्श दिया जाएगा।
बेयर ने अगले दो वर्षों में 8 राज्यों के 12 जिलों में कुल 27 टेलीमेडिसिन सेंटर शुरू करने की योजना बनाई है। उम्मीद है कि प्रत्येक सेंटर से कम से कम 25 – 35 गांवों की 35,000 – 50,000 की आबादी को स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।
Comments are closed.