जमशेदपुर.
विधायक सरयू राय ने जमशेदपुर के एस एस पी प्रभात कुमार को पत्र लिखकर मंत्री बन्ना गुप्ता के अश्लील वीडियो चैट के मुद्दे पर स्वत:संज्ञान लेकर मंत्री को मुख्य अभियुक्त बनाकर प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही है.पत्र में श्री राय ने एस एसपी को सलाह दी है कि वीडियो चैट में मौजूद महिला से भी पूछताछ की जाए और उसे सुरक्षा प्रदान की जाए.
सरयू राय का पत्र
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-ः प्रकाशनार्थ:-
जमशेदपुर, दिनांक 24.04.2023
वरीय पुलिस अधीक्षक,
पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर।
विषय: स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता द्वारा आधी रात में एक महिला के साथ किए गये
अश्लील प्रेमालाप, जिसका वीडियो वायरल हुआ है, के विरूद्ध साइबर एक्ट के
प्रासंगिक प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जाँच करने और विधिसम्मत कार्रवाई
करने के संबंध में।
महाशय,
समाचार पत्रों से जानकारी मिली है कि उपर्युक्त विषय में स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने एफआईआर दर्ज कर उनकी छवि धुमिल करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई करने हेतु आपको पत्र भेजा है। मैंने वह पत्र और वायरल वीडियो को देखा है। यह वीडियो वस्तुतः किसी स्मार्ट फोन पर हुए वर्तालाप की की गयी स्क्रीन रिकाॅर्डिंग है। इसमें कहीं भी छेड़छाड़ किया जाना प्रतीत नहीं होता है। लगता है यह वीडियो लंबा है, जिसके केवल एक अंश को ही प्रसारित किया गया है। श्री बन्ना गुप्ता द्वारा आपको प्रेषित प्रासंगिक पत्र कहीं से भी अधिकारिक पत्र नहीं लगता है। यह न तो मंत्री जी के पैड पर लिखा गया है और न ही इसपर उनके कार्यालय का पत्रांक ही अंकित है।
साईबर एक्ट के प्रावधानों से आप भलीभांति अवगत हैं। इनके अनुरूप पुलिस को इस मामले में स्वतः संज्ञान लेकर प्राथमिकी दर्ज किया जाना श्रेष्यकर होगा। मेरा अनुरोध है कि जमशेदपुर पुलिस इस मामले में मंत्री, स्वास्थ्य श्री बन्ना गुप्ता को मुख्य अभियुक्त बनाकर एफआईआर दर्ज करे। उनसे पूछताछ करे कि जिस महिला से उन्होंने अश्लील प्रेमालाप किया है, वह महिला कौन है? इस महिला के साथ उन्होंने ऐसा वार्तालाप पहली बार किया है अथवा इसके पहले भी किया है। साथ ही इस महिला के साथ उनकी अंतर्गंता किस हद तक है? पुलिस श्री बन्ना गुप्ता से वह मोबाईल यंत्र भी बरामद करे जिससे उन्होंने प्रासंगिक अश्लील वार्तालाप किया है। इससे प्रासंगिक महिला का पता लगाया जा सकता है। पुलिस इस महिला का शीघ्र पता लगाये और उससे भी इसी तरह की पूछताछ करे। उसका वह मोबाईल भी पुलिस जब्त करे जिससे स्क्रीन रिकाॅर्डिंग की गयी है। मंत्री जी और महिला के मोबाईल फोन यंत्रों की फाॅरेंसिक जाँच भी पुलिस कराये।
आप सहमत होंगे कि संदर्भित महिला की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी पुलिस पर है। पुलिस महिला का शीघ्र पता लगाये और उसकी सुरक्षा का समुचित प्रबंध करें। इस संभवना से इन्कार नहीं किया जा सकता है कि इस महिला के जानमाल पर इस प्रकरण में खतरा पैदा हो सकता है।
अनुरोध है कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर मुख्य अभियुक्त श्री बन्ना गुप्ता और संदर्भित महिला से पुलिस गहन पूछताछ करेंगी और दोनों के मोबाईल फोन का नियमानुसार जाँच कर इस कांड का अनुसंधान शीघ्र पूरा करेगी। यदि यह लगता है कि यह मामला एक मंत्री के विरूद्ध अपराधिक अनुसंधान का है और इस मामले में स्थानीय पुलिस दबाव में आ सकती है तो इसकी जाँच और अनुसंधान किसी वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारी की देखरेख में कराने के लिए विधि के प्रावधानों के अनुरूप कार्रवाई करेंगे।
सधन्यवाद,
भवदीय
ह॰/-
सरयू राय
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