Jamshedpur News:जमशेदपुर पुस्तक मेला -2023- पुस्तक प्रेमी ढूंढ रहे हैं अपनी रुचि की किताबें
जमशेदपुर पुस्तक मेला -2023- पुस्तक प्रेमी ढूंढ रहे हैं अपनी रुचि की किताबें
Anni Amrita
अन्नी अमृता
जमशेदपुर.
टैगोर सोसाइटी की ओर से हर साल आयोजित होनेवाले जमशेदपुर पुस्तक मेला का आगाज हो चुका है. पुस्तक मेला -2023 में धीरे धीरे पुस्तक प्रेमी पुस्तक मेले में पहुंच रहे हैं.बहुभाषीय साहित्यिक संस्था ‘सहयोग’ के स्टाॅल नं-67पर शहर के रचनाकारों को जगह मिली है जिसमें वसंत जमशेदपुरपुरी की ‘ससुराला’, पत्रकार अन्नी अमृता की ‘ये क्या है’ और ‘मैं इंदिरा बनना चाहती हूं’, डाॅ संध्या सिन्हा की ‘बोलने दो’, चंद्रा शरण की ‘मां पापा हम भी आपकी ही संतान हैं’, माधुरी मिश्रा की ‘आंचल की छांव’ व अन्य रचनाकारों की किताबें आकर्षक का केन्द्र बनीं हैं.सहयोग की संस्थापिका डाॅ जूही समर्पिता और वर्तमान अध्यक्ष डाॅ मुदिता चंद्रा का नए लेखकों और शहर के लेखकों के उत्साहवर्द्धन में खासा योगदान रहता है.
उधर पुस्तक मेले को लेकर DBMS कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन के छात्रों में काफी उत्साह देखने को मिला.
B.Ed प्रथम सेमेस्टर के छात्रों में नए लेखकों की पुस्तकें देखने को लेकर काफी रुचि नजर आ रही थी. साथ ही ये भावी शिक्षक शिक्षा और शिक्षण से संबंधित पुस्तकें खोज रहे थे, लेकिन बी एड के पाठ्यक्रम पर आधारित पुस्तकें कम दिखीं.हालांकि पुस्तक मेला 3दिसंबर तक चलेगा तो छात्रों को उम्मीद है कि दुबारा आने पर किताबें आ जाएंगी.चूंकि पहले दूसरे दिन स्टाॅल पर किताबें रखी जा रहीं थी इसलिए उपलब्धता का वास्तविक अंदाज़ा नहीं हो पा रहा था.
वहीं छात्रों ने पुस्तक मेले में उच्च शिक्षा से संबंधित किताबें,इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा,मेडिकल प्रवेश परीक्षा की पुस्तकों की खूब खरीदारी की.प्रतियोगी और अन्य परीक्षाओं की तैयारी के लिए झारखंड का इतिहास,जेएसएससी सीजीएल की किताबें भी उनलोगों ने खरीदी. जेपीएससी प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए भी किताबें छात्र-छात्राओं ने खरीदी. कुछ ने अपनी मां के लिए, कुछ ने अपनी छोटी बहनों के लिए तो किसी ने अपने बच्चों के लिए यहां से खरीदारी की. कुछ ने चार्ट पेपर और कुछ ने भारत का मानचित्र भी खरीदा.
इस पुस्तक मेले के शैक्षणिक भ्रमण में डीबीएमएस कॉलेज की प्राचार्या डॉ जूही समर्पिता, प्रबंधन समिति की सचिव श्रीप्रिया धर्मराजन, पुस्तकालय अध्यक्ष निक्की सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर पूनम कुमारी, मौसमी दत्ता और गायत्री कुमारी ने छात्रों का मार्गदर्शन किया.
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