Jamshedpur News:सूर्य मंदिर के निबंधन रद्द करने के अनुशंसा को सरकार ने किया खारिज
सूर्य मंदिर के निबंधन रद्द करने के अनुशंसा को सरकार ने किया खारिज, सूर्य मंदिर समिति ने निर्णय का किया स्वागत, अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह और संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने कहा- षड्यंत्र कर सूर्य मंदिर की प्रतिष्ठा को धूमिल और बदनाम करने वालों की साजिश हुई धराशायी।
जमशेदपुर। जमशेदपुर के सिदगोड़ा क्षेत्र अंतर्गत सूर्य मंदिर का रखरखाव एवं संचालन करने वाली सूर्य मंदिर समिति के निबंधन रद्द करने की उपायुक्त की अनुशंसा को झारखंड सरकार के निबंधन महाप्रबंधक द्वारा तीन सदस्यीय जांच कमेटी ने आरोप में कोई सत्यता ना होने के कारण खारिज कर दिया। निबंधन महाप्रबंधक की ओर से पिछले दिनों इसपर एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी गयी है जिसमें कहा गया है कि सूर्य मंदिर के निबंधन संख्या को रद्द करने का कोई ऐसा मामला नहीं बनता है। इस फैसले पर जहां सूर्य मंदिर के सदस्यों में हर्ष है तो वहीं, सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह और संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने निर्णय का स्वागत करते हुए इसे सत्य की जीत बताया है। समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले कई वर्षों से सूर्य मंदिर और मंदिर समिति को अनावश्यक रूप से तंग करने का प्रयास किया गया। सूर्य मंदिर समिति पर बेबुनियाद और तथ्यहीन आरोप लगाकर इसे बदनाम करने और इसकी पवित्रता और प्रतिष्ठा को धूमिल करने की साजिश की गई। जमशेदपुर पुर्वी के निर्दलीय विधायक ने अपनी राजनीतिक पावर और पद का दुरुपयोग करते हुए दवाब बनाकर झूठी रिपोर्ट के माध्यम से सूर्य मंदिर समिति के निबंधन को रद्द करने की अनुशंसा कराई। परंतु झारखंड सरकार के निबंधन प्रबंधन विभाग की ओर से जमा की गई विस्तृत जांच रिपोर्ट में वास्तविकता सामने आने से षडयंत्र करने वालों की मानसिकता धराशायी हो गयी है। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सूर्य मंदिर समिति बिना किसी विवाद के पिछले कई दशकों से धार्मिक एवं सामाजिक कार्य करती आ रही है, लेकिन कुछ लोग सूर्य मंदिर के सौंदर्य और इसकी पवित्रता को नष्ट करने की साजिश लगातर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सूर्य मंदिर समिति को भगवान भास्कर और प्रभु श्रीराम पर अगाध आस्था है, ऐसे धर्मविरोधी मानसिकता वाले लोग हर बार मुंह की खानी पड़ेगी।
वहीं, सूर्य मंदिर के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि निर्णय से झूठ और षड़यंत्र का पर्दाफाश हुआ है। चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि निर्दलीय विधायक के द्वारा सूर्य मंदिर समिति और उसके आयोजन में बार-बार किसी न किसी माध्यम से व्यवधान उतपन्न करने की कोशिश की गई। निर्दलीय विधायक ने मुझपर और मंदिर समिति के पदाधिकारी पर जमीन छेंकने और पैसे वसूलने की बात कहकर जनता को गुमराह करने की कोशिश की। आज उन सब सवालों का उनके ही समर्थित सरकार ने जवाब देकर खामोश कर दिया। चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि विधायक सरयू राय की कार्यशैली हमेशा आधारहीन आरोप लगाकर सुर्खियों में बने रहने की रही है। विधायक सरयू राय ने सूर्य मंदिर की सुंदरता को नष्ट करने और पवित्रता को भंग करने की लगातार साजिश की। परंतु हमें भगवान भास्कर और प्रभु श्रीराम जी पर पूरा भरोसा था, ऐसे षड्यंत्रकारी और झूठे आरोप लगाकर लोगों को दिग्भ्रमित करने वालों को यह करारा जवाब है। चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि सूर्य मंदिर समिति ने हमेशा नियम और कानून को दृष्टिगत रखते हुए कार्य किया है। सूर्य मंदिर समिति धर्म, संस्कृति संरक्षण और विश्व कल्याण के लिए धार्मिक एवं सामाजिक स्तर पर निरंतर कार्य करती रहेगी।
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