Jamshedpur News:अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत महिला आयाम ने किया महिला सम्मेलन “जागृति” का आयोजन, ग्यारह महिलाओं को मिला “महिला सामर्थ्य सम्मान”
जमशेदपुर.
रविवार को अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत,पूर्वी सिंहभूम की ओर से महिला सम्मेलन ‘जागृति’ का आयोजन, मानस कक्ष, तुलसी भवन बिष्टुपुर में सुबह दस बजे से संध्या चार बजे तक किया गया. यह महिला सम्मेलन दो सत्र में आयोजित हुआ.कार्यक्रम का आरंभ माँ भारती और स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर और दीप प्रज्वलित कर किया गया.
उसके बाद नीता सागर चौधरी ने मां भारती की वंदना प्रस्तुत की.वहीं निवेदिता श्रीवास्तव ने ग्राहक गीत का गायन किया. संगठन मंत्र डॉली परिहार ने प्रस्तुत किया.
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि के तौर पर एसडीओ पारुल सिंह उपस्थित थी.इनके साथ मंच पर पद्मश्री छुटनी महतो, सामाजिक कार्यों में सक्रिय अपर्णा सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर मौसमी पाॅल, स्वर्ण जयंती वर्ष समिति की उपाध्यक्ष एंजिल उपाध्यक्ष सह सचिव डाॅ अनीता शर्मा, पूर्वी सिंहभूम अध्यक्ष पप्पू सिंह व महिला आयाम प्रांत प्रमुख रूबी लाल उपस्थित थीं.इसी सत्र में ग्राहक पंचायत के लक्ष्य व उद्देश्य की जानकारी दी गई और प्रकाशित पत्रक एसडीओ पारूल सिंह के हाथों विमोचन किया गया.एसडीओ पारुल सिंह ने उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए उदाहरण के साथ बताया कि कैसे महिलाएं कमजोर नहीं हैं.उन्होंने कहा कि अपने भीतर की चेतना और शक्ति को जागृत करने की आवश्यकता है. एसडीओ पारूल ने बेटियों को आत्म सुरक्षा के प्रति सजग किया.
कार्यक्रम में अपर्णा ने कई आंकड़ों के साथ ग्राहकीय बोध और जागरूकता विषय पर
अपना वक्तव्य रखा. उन्होंने कहा कि महिलाएं 86 प्रतिशत खरीदारी करती हैं, अगर वे जागरूक रहेंगी तो देश में बेईमान बिचौलियों को कड़ा सबक मिलेगा.
असिस्टेंट प्रोफेसर मौसमी पॉल ने साइबर क्राइम के प्रति बहुत सरल भाषा में लोगों को जागरूक किया. उन्होंने फ्रॉड कॉल और मैसेज के साथ कई घटनाओं का जिक्र किया.
डाॅ अनिता शर्मा ने इतिहास में बुलंद महिलाओं की एक लंबी सूची सभा में रखी और प्रमाणित किया कि महिलाओं का इतिहास कितना बौद्धिक और सुंदर रहा है.
श्रीमती रूबी लाल ने एमआरपी के बारे में विस्तृत विवरण दिया और बताया कि यह एक प्रकार से धोखा है,इसकी जानकारी होनी जरूरी है. एंजिल उपाध्याय ने खाद्य पदार्थों में मिलावट के दुष्परिणाम पर विस्तृत रूप से चर्चा की.
द्वितीय सत्र में शिक्षाविद् और मनोवैज्ञानिक डॉ निधि श्रीवास्तव, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर सुमन लता, पद्मश्री छुटनी महतो , प्रांत संगठन मंत्री शिवाजी क्रांति, प्रांत उपाध्यक्ष बिमला हेंब्रम,प्रांत सचिव डाॅ कल्याणी कबीर,पूर्वी सिंहभूम उपाध्यक्ष कृष्णा सिन्हा और महिला आयाम पूर्वी सिंहभूम प्रमुख अनीता निधि ने मंच को सुशोभित किया.इस सत्र में अतिथि वक्ता डाॅ निधि श्रीवास्तव ने ओटीटी और ऑनलाइन गेम्स के दुष्प्रभाव पर बात की और इसके कारण मन -परिवार- संबंध पर हो रहे हानिकारक प्रभाव पर भी चर्चा की.
डाॅ सुमनलता ने सौंदर्य प्रसाधन और भ्रामक विज्ञापन पर चर्चा की.
बौद्धिक वक्तव्य देते हुए संगठन मंत्री शिवाजी क्रांति ने कहा कि हर व्यक्ति का मूल परिचय है कि हम ग्राहक हैं, पर चिंतनीय विषय यह है कि हम अपने इस भूमिका और इसके अधिकार के प्रति सजग नहीं हैं. बाजारवाद की इस आंधी में हमें अपने मन पर नियंत्रण रखना है और धन व्यर्थ नहीं करना है. मिलावटी खाद्यान्न के विरुद्ध भी एक आंदोलन करना समय की आवश्यकता है.
सरिता सिंह ने देश भर में कहीं भी हो रहे महिलाओं पर अत्याचार के विरुद्ध क्षोभ प्रकट किया और पीड़ित मृतका की आत्मा को शांति के लिए सभा ने दो मिनट का मौन रखा.
इस महिला सम्मेलन में शहर की कुल ग्यारह महिलाओं को उनके संघर्ष और जीवन की उपलब्धि के लिए सम्मानित किया गया.इस सम्मान समारोह में मंच पर और मंच के समक्ष प्रशासनिक जगत , शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र से जुड़ी प्रतिष्ठित मातृशक्तियां उपस्थित रहीं.
प्रथम सत्र का संचालन डॉक्टर अनीता शर्मा और आरती शर्मा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन दिया अनीता निधि ने दिया.
द्वितीय सत्र संचालन डॉक्टर कल्याणी कबीर ने किया और धन्यवाद ज्ञापन पद्मश्री छुटनी महतो ने दिया.सम्मेलन का समापन
आरती श्रीवास्तव विपुला के द्वारा गाये कल्याण मंत्र से हुआ.
इस महिला सम्मेलन को सफल बनाने में स्वर्ण जयंती आयोजन समिति के सभी सदस्यों के साथ-साथ पूर्वी सिंहभूम व्यवस्था पक्ष से पप्पू सिंह, पर्यावरण आयाम प्रमुख आरती श्रीवास्तव विपुला , वी प्रभु, सुकुमार ,राकेश, सौरभ , उपेंद्र और अंकेश भुइंया का सक्रिय योगदान रहा.
**महिला सामर्थ्य सम्मान** पाने वाली महिलाएं :—–
बबली मीरा ,दुर्गा साहू, ललिता जी, अनामिका सिन्हा,पूनम देवी , नीलम सिंह, अंशु कुमारी ,आरती कश्यप,सावित्री गुरूंग आरती लोहार और अरुणा सारंगी.
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