
जमशेदपुर:
यातायात पुलिस की कार्यशैली और वाहन जांच के नाम पर आम जनता से दुर्व्यवहार के खिलाफ आजसू पार्टी ने शुक्रवार, 13 जून 2025 को एक बड़ा अभियान चलाया। पूर्वी सिंहभूम जिला समिति द्वारा चलाए गए इस हस्ताक्षर अभियान का नेतृत्व आजसू के जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह ने किया। उन्होंने उपायुक्त के माध्यम से झारखंड के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें जनता की नाराजगी और मांगों को विस्तार से रखा गया।
ज्ञापन में कहा गया है कि जमशेदपुर के विभिन्न चौक-चौराहों पर पिछले दो महीनों से यातायात पुलिस के नाम पर उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है। वाहन जांच के नाम पर बेवजह रोक-टोक, जुर्माना और रिश्वतखोरी आम बात हो गई है। जनता में इस रवैये को लेकर गहरा आक्रोश है।
पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस ने कहा कि पुलिस की यह कार्यशैली अपराधियों से भी अधिक अमानवीय होती जा रही है। उन्होंने बताया कि कई मामले सामने आए हैं जहां पुलिस जांच के दौरान गंभीर मरीज, गर्भवती महिलाएं और बच्चे प्रभावित हुए हैं। एक घटना में तो एक महिला को अस्पताल ले जाते समय प्रसव पीड़ा शुरू हो गई जब पुलिस ने वाहन रोक लिया। अन्य मामले में एक बच्ची परीक्षा से वंचित हो गई और एक महिला अपने बच्चे के साथ दुर्घटना का शिकार हुई।
आजसू पार्टी ने मांग की है कि राज्य भर में यातायात पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार लाया जाए। पार्टी द्वारा सुझाए गए प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं:
वाहन जांच के नाम पर भयादोहन पर रोक लगे।
अन्य राज्यों की तरह सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में जांच हो और ई-चालान की व्यवस्था लागू हो।
नो एंट्री के समय भारी वाहनों की आवाजाही बंद की जाए।
महिलाओं, बच्चों और वृद्धों के साथ विशेष रियायत दी जाए।
पुलिस केवल वाहन जांच ही नहीं, बल्कि अन्य अपराधों पर भी सख्ती बरते।
शहर में बढ़ते नशाखोरी, जुआ और ब्राउन शुगर जैसे अवैध धंधों पर रोक लगे।
अगर इन मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की जाती, तो आजसू पार्टी उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। ज्ञापन सौंपने वालों में कन्हैया सिंह, संजय सिंह, ललन झा, अरुप मल्लिक समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे।