
जमशेदपुर।
बागबेड़ा हरहरगुट्ट के रहने वाली बिजली मिस्त्री बोसेन हांसदा (25) की रविवार को टीएमएच में इलाज के दौरान मौत हो गयी. बोसेन बिजली विभाग में जीतराज इंजीनियरिंग कंपनी में कार्य करता था. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में कर उसे पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेज दिया. जानकारी के अनुसार बोसेन शनिवार को घाघीडीह के पास एक ट्रांसफर्मर पर काम कर रहा था. उसी दौरान अचानक से उसे करंट लगने से वह नीचे गिर गया. जिससे सिर में चोट लगने के कारण वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था.

12 लाख मुआवजा की मांग, 8 लाख पर बनी सहमति.
बिजली मिस्त्री बोसेन हांसदा की मौत के बाद परिवार के लोगों ने मुआवजा की मांग को लेकर टीएमएच में हंगामा किया. परिजनों का आरोप था कि ठेका कंपनी के पदाधिकारी घटना को गंभीरता से नहीं लिया. हालांकि सूचना मिलने के बाछ ठेका कंपनी के पदाधिकारी टीएमएच पहुंचे. जहां परिजनों ने 12 लाख रुपये मुआवजा की मांग की. लेकिन मुआवजा की रकम ज्यादा होने के कारण परिजन और ठेका कंपनी के बीच विवाद होता रहा. उसके बाद भाजपा एसटी मोर्चा के जिला अध्यक्ष रमेश बास्के के हस्तक्षेप के बाद आठ लाख रुपये का चेक मुआवजा के रूप में मृतक के भाई को प्रदान किया गया. साथ ही तत्काल 50 हजार रुपये नकद दिया गया.