जमशेदपुर। सिखों धार्मिक संसद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जमशेदपुर में पंथिक प्रचार को लेकर गुरमत मिशनरी केंद्र खोलेगी। इस आशय का भरोसा प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के महासचिव सरदार इंद्रजीत सिंह को बुधवार को दिया है। इसके साथ ही झारखंड में बड़े पैमाने पर धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन की हामी एसजीपीसी प्रमुख ने भरी है। देश के विभिन्न हिस्सों में सजा की अवधि बीत जाने के बावजूद जेल में बंद बाइस सिखों की रिहाई को लेकर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहब ज्ञानी हरप्रीत सिंह के आदेश पर बुधवार को अमृतसर के तेजा सिंह समुंदरी हॉल में आहूत सर्वदलीय बैठक में सरदार इंद्रजीत सिंह ने पूर्वी भारत में मिशनरियों के बढ़ते प्रभाव को लेकर सिख पंथ के प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर बल दिया। वही इंदरजीत सिंह ने बैठक में कहा कि बंदियों की रिहाई को लेकर स्थानीय विधायक सांसद से लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपे जायेंगे।
इस बैठक में आंदोलन चलाने की जिम्मेवारी एसजीपीसी को दे दी गई और इसके आधार पर अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि 11 सदस्य प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री एवम राष्ट्रपति से मिलकर बंदियों की रिहाई सुनिश्चित कराने का प्रयास करेगा। वहीं राज्य स्तर पर अभियान चलाने का फैसला लिया गया। पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, पूर्व मंत्री दलजीत सिंह चीमा पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका, पूर्व सांसद एवं आईपीएस अधिकारी सिमरनजीत सिंह मान, बाबा विधीचंद निहंग दल के बाबा अवतार सिंह, बाबा गजन सिंह, भूरीवाले संत बाबा सुखविंदर सिंह, दिल्ली अकाली दल अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना, जागो अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके, दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका सहित विभिन्न राजनीतिक दल, पंथिक जत्थेबंदी, निर्मले संत, निहंग दल के सरपरस्त ने अपने विचार रखे।

