JAMSHEDPUR NEWS :चल पड़ा Poets of Jamshedpur का कांरवा, दूसरे संस्करण में कवियों/कहानीकारों ने एक बार फिर स्टारबक्स में बांधा समां

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जमशेदपुर.

पोएट्स ऑफ जमशेदपुर अब एक ऐसा मंच हो चला है जहां अभिव्यक्ति का वह कांरवा चल पड़ा है जो अब रुक नहीं सकता..अब डायरियों में कहीं छुपकर लिखी कविताएं और कहानियां भी खुद के लिए मंच पाकर खिल उठी हैं.श्रेन्या सोनी की पहल पर शुरु हुए Poets Of Jamshedpur का दूसरा संस्करण 26जनवरी (रविवार) को जमशेदपुर के स्टारबक्स में आयोजित हुआ..अब यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन गया है जहां बेहिचक किसी भी उम्र के लोग आकर अपनी अभिव्यक्ति करते हैं.अपनी लिखी रचनाओं को पढ़ते हैं.

दूसरे संस्करण में थीम था–कल का भारत कैसा हो? इस मौके पर युवा कवि निशांत ने अपनी कविता पढते हुए आह्वान किया कि ऐसा देश बनाना है जहां जाति व धर्म का भेदभाव न हो और संविधान के अनुसार सब चलें–

दिल से पूछो क्या हम सच में गणतंत्र हुए
संविधान के हर पन्ने का क्या सच में मतलब जान गए
हमें बांटा जिन अंग्रेजों ने
उससे ज्यादा बंट गए
विजय विश्व तिरंगा सपना
केवल शब्दों में न रह जाए
–निशांत

नवीन अग्रवाल ने अपनी कविता पढ़ी–

प्रश्न है मेरा आप सबसे विशेष
इस सदी के उत्तरार्द्ध में कैसा होगा अपना देश
क्या डाॅलर के मुकाबले रुपया बेहतर होगा
क्या आम जनों का स्तर कुछ और ऊपर होगा
क्या पन्नों पर दिखता विकास जमीं पर दिखाई देगा
क्या सत्ताधारियों को गरीबों का दर्द सुनाई देगा
मुफ्त की रेवडियों पर जीनेवाले लोग
बढेंगे या घटेंगे
बंटेंगे तो कटेंगे यह जानते हुए
भी हम और कितना बंटेंगे
आज की युवा पीढ़ी जो
तब बूढ़ी होगी
क्या मिलकर जरुरी ध्यान करेगी
या वाट्स वाट्स खेलेगी
और गंगा स्नान करेगी
–नवीन अग्रवाल

पत्रकार अन्नी अमृता ने भी इस मौके पर अपनी कविता पढ़ी–

हमें चाहिए कैसा भारत
——

एक ऐसा भारत जहां रात को भी महिला निडर होकर निकले

एक ऐसा भारत जहां न्याय के लिए
लोग दर दर न भटके

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एक ऐसा भारत जहां धर्म के नाम पर नफरत न फैले

एक ऐसा भारत जहां कोई इलाज के अभाव में न मरे

एक ऐसा भारत जहां गंदगी न पसरे

एक ऐसा भारत जहां नर-नारी का भेदभाव न दिखे

एक ऐसा भारत जहां मानसिक स्वास्थ्य पर हो सबका ध्यान

एक ऐसा भारत जहां लोग पेश करें ईमानदारी की मिसाल

ऐसा भारत नहीं चाहिए कि जहां ईमानदारी पर नोट हों भारी
–अन्नी अमृता

कार्यक्रम का संचालन आयोजक श्रेन्या सोनी ने अनोखे अंदाज में किया जहां उन्होंने मौजूद सभी लोगों को इस कार्यक्रम से जोड़कर रखा.खास बात यह रही कि स्कूल के बच्चों से लेकर,युवा और प्रौढ सबने इसमें भाग लिया.

निम्नलिखित 15प्रतिभागियों ने अपनी कविताएं पढीं और अपने विचार रखे–
आलोक शर्मा,निशांत सिंह,स्नेहश्री मंडल,श्रुति,कृतिका ठाकुर,दयासागर, शुभम कुमार, नवीन कुमार अग्रवाल,आंचल सिंह,जतिन सोना,अन्नी अमृता,जेनेसिस टाटे,सल्तनत जावेद,स्वस्तिका राॅय और कृतिका राॅय.

श्रेन्या सोनी Poets Of Jamshedpur को मिल रहे रिस्पाॅन्स से अभिभूत हैं.उनकी योजना है कि महीने का कम से कम दो रविवार पूरी तरह से इस कार्यक्रम को समर्पित किया जाए.वहीं कविता पढने वाले प्रतिभागियों और मौजूद लोगों ने इस प्लेटफॉर्म को अद्भुत बताया…

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