बहरागोड़ा: शिक्षक दिवस के अवसर पर आज पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी द्वारा अपग्रेडेड प्लस टू हाई स्कूल, मनुस्मुरिया में एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कई शिक्षकों को सम्मानित करना था, जिन्होंने अपने कार्यों से समाज में विशेष पहचान बनाई है और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
समारोह की शुरुआत कल रात शिक्षक कुंतल डे के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए 2 मिनट का मौन रखकर की गई। इसके बाद पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि अर्पित की। मंच संचालन चंडी चरण साधु ने किया। मंच से संबोधित करते हुए सनत भोल, छोटा भुजंग तुडू, दीपंकर महापात्रा और राधा रमण महाकुड ने शिक्षा के महत्व पर जोर दिया।
अपने संबोधन में कुणाल षाड़ंगी ने कहा, “जीवन ही सबसे बड़ा शिक्षक है। हमें हर दिन कुछ न कुछ सीखने की आवश्यकता होती है। शिक्षा हमें सही दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।” उन्होंने मलाला यूसुफजई का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे शिक्षा के बल पर दुनिया में बदलाव लाया जा सकता है। कुणाल ने यह भी कहा कि राजनीति में भी शिक्षित और युवा नेतृत्व की जरूरत है, ताकि समाज में वास्तविक विकास संभव हो सके। उन्होंने कहा, “शिक्षित और युवा नेतृत्व ही सिस्टम को सही तरीके से समझने के साथ-साथ सरकारी योजनाओं को धरातल तक पहुंचा सकता है।”
कुणाल षाड़ंगी ने इस मौके पर बहरागोड़ा के शिक्षा क्षेत्र में योगदान देने वाले महान शिक्षाविदों अरविंद भोल और तारापद षाड़ंगी जो कई शिक्षण संस्थानों की शुरुआत की उन्हे भी याद किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में उपमुखिया भवानी देवी भोल, अर्जुन पूर्ति, मदन घटवारी, विवेक साधु, पिंटू चांद, कुना महतो, हबल गिरी, संजय महतो, विदेश गोप, जयंत राणा और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का अहम योगदान रहा।
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