
जमशेदपुर। जमशेदपुर के मानगो स्थित उलीडीह क्षेत्र के गोकुलनगर में रहने वाले सैकड़ों परिवारों में भय और असमंजस का माहौल है, जब यह खबर सामने आई कि वन विभाग की ओर से ईको सेंसिटिव ज़ोन के तहत लगभग 350 घरों को हटाने का नोटिस जारी किया गया है। यह खबर फैलते ही बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोगों ने जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो और भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा से मिलकर अपनी चिंता व्यक्त की।


सांसद विद्युत महतो ने मामले पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए तत्काल अपने प्रतिनिधि संजीव कुमार को निर्देश दिया कि वे वन विभाग से इस विषय की वास्तविक जानकारी लें। इसके पश्चात, एक प्रतिनिधिमंडल डीएफओ कार्यालय पहुंचा, जहां अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह मामला 350 घरों का नहीं, बल्कि 34 घरों का है। जहां इन 34 घरों को लेकर वर्ष 2016 से एक न्यायालयीय मामला लंबित है, और अदालत द्वारा पूर्व में ही अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया जा चुका है। डीएफओ ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी ओर से सिर्फ उन्हीं 34 घरों को लेकर कार्रवाई प्रस्तावित है, न कि पूरे गोकुलनगर क्षेत्र पर।
स्थिति स्पष्ट होने के बाद, सांसद विद्युत महतो और भाजपा महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिले के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराते हुए आग्रह किया कि वर्तमान में भारी वर्षा और विपरीत मौसम की परिस्थिति को देखते हुए किसी भी प्रकार की तोड़फोड़ की कार्रवाई को टाला जाए। सांसद महतो ने कहा कि प्रभावित परिवारों को पूर्व सूचना दिए बिना कोई भी अचानक कार्रवाई अमानवीय और असामाजिक होगी। उन्होंने यह भी मांग की है कि प्रशासन इस विषय पर मानवीय और संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाते हुए लोगों को पर्याप्त समय दें। इस दौरान उलीडीह भाजपा मंडल अध्यक्ष रविन्द्र सिंह सिसोदिया, संजीव कुमार, बिरेन महतो भी मौजूद रहे।
जिला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने सांसद और प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि पूरे मामले की समीक्षा की जाएगी तथा प्रशासन किसी भी निर्णय में मानवीय पक्ष को प्राथमिकता देगा।