—टीएमएच से ज्यादा एमजीएम में बचाई जाती है लोगों की जान-नव नियुक्त अधीक्षक डाॅ शिखा रानी
–सफाई व्यवस्था सबसे बड़ी चुनौती–नए उपाधीक्षक डाॅ जुझार मांझी
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जमशेदपुर.
एमजीएम में अब अधीक्षक और उपाधीक्षक की नई टीम आ गई है जिसने एमजीएम को बेहतर बनाने के लिए रणनीति पर काम शुरु कर दिया है. पिछले दिनों जहां डाॅ शिखा रानी ने बतौर अधीक्षक अपना योगदान दिया, वहीं अंब डाॅ जुझार मांझी उपाधीक्षक बनाए गए हैं.
बिहार झारखंड न्यूज नेटवर्क से बातचीत करते हुए अधीक्षक डाॅ शिखा रानी ने कहा कि कम संसाधनों के बावजूद एमजीएम किसी मरीज को लौटाता नहीं जबकि टीएमएच में बेड न रहने पर दाखिला नहीं लिया जाता.उन्होंने कहा कि एमजीएम में टीएमएच से ज्यादा मरीजों की जान बचाई जाती है.उन्होंने कहा कि चादर छोटी है और पैर बढ़ता जा रहा है.चुनौतीपूर्ण हालात में जितना संभव हो पाता है एमजीएम में इलाज होता है.
वहीं उपाधीक्षक का पद ग्रहण करने के बाद बिहार झारखंड न्यूज नेटवर्क से बातचीत करते हुए डाॅ जुझार माझी ने कहा कि एक दिन में कुछ नहीं बदलता लेकिन एक दिन एमजीएम बदलेगा जरुर…उन्होंने स्वीकार किया कि सफाई व्यवस्था सबसे बड़ी चुनौती है जिसके लिए रणनीति बनेगी.उन्होंने कहा कि एमजीएम से पुराना नाता रहा है इसलिए यहां की समस्याओं से वे वाकिफ हैं.ऐसे में काम करना सुविधाजनक होगा.
अधीक्षक और उपाधीक्षक से लगातार लोग आकर मिल रहे हैं और बधाई दे रहे हैं.लोगों को उम्मीद बंधी है कि एमजीएम के हालत बेहतर होंगे.
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