Jamshedpur News:लोयोला के बच्चों ने आज जाना कि वे कितने खुशकिस्मत हैं, कितने blessed हैं आखिर कैसे, पढिए

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ANNI AMRITA

अन्नी अमृता

जमशेदपुर.

जेसुइट एजुकेशन की खासियत है कि वह महज किताबी ज्ञान नहीं देता बल्कि व्यवहारिकता के धरातल पर बच्चों को किताब से निकलकर दूसरों की केयर करने और यह समझने का मौका देता है कि वे देखें कि कईयों को बहुत कुछ ऐसा हासिल नहीं जो उन्हें आसानी से हासिल है.इससे बच्चों की आंखें खुलती हैं और वे और भी ज्यादा जिम्मेदार बनते हैं.इसी को ध्यान में रखते हुए आज लोयोला स्कूल जमशेदपुर के 11वीं और 12 के 400 छात्र छात्राओं को आज ग्रामीण इलाकों में ले जाया गया. इस कार्यक्रम का मकसद था कि लोयोला के बच्चे जमशेदपुर से सटे ग्रामीण क्षेत्रों के कमजोर तबके के बच्चों से मिलें, उनके साथ गतिविधियों में शामिल हों और ये खुद देखें-समझें कि कैसे कमजोर तबके के वे बच्चे कठिन परिस्थितियों में अपनी शिक्षा ग्रहण करते हैं और कैसे लोयोला के छात्र होने के नाते उनको इतनी सुविधाएं उपलब्ध हैं.

लोयोला के फादर विनोद फर्नांडीस ने इस कार्यक्रम के विषय में कहा कि
आमतौर पर जो चीज हासिल है, उसकी हम कद्र नहीं करते, लेकिन जब दूसरों को अभाव के साथ दिखते हैं तब हमें खुद के खुशकिस्मत होने का एहसास होता है.यही वजह है कि आज जब बच्चों ने हकीकत में दूर दराज के ग्रामीण इलाकों के बच्चों के बीच समय बिताया तो उनको समझ में आया कि वे दरअसल कितनी सुविधापूर्ण जिंदगी जीते हैं जो उन्हें आसानी से हासिल है.

कक्षा 12वीं के छात्र छात्राओं ने लुपुंगगुट्टू (चाईबासा), पंडाबीर, भिलाई पहाड़ी, गंडे डुंगरी और बसाहातु का दौरा किया. Long drive का आनंद लेते हुए बच्चे इन ग्रामीण इलाकों के स्कूल पहुंचे और वहां के बच्चों संग विभिन्न गतिविधियों(ड्राइंग, क्विज, पेंटिंग, डांस और अन्य) में भाग लिया.मेजबान स्कूलों ने अपने मेहमान स्कूली बच्चों को प्यार से भोजन कराया.कुछ समय इन ग्रामीण बच्चों के साथ समय बिताकर बच्चे वापस अपने घर चले गए.लोयोला के 12वीं के छात्र छात्राओं ने बताया कि आज उनके लिए एक अलग अनुभव का दिन था.ग्रामीण क्षेत्र के कमजोर तबके से आनेवाले उन बच्चों के जज्बे, कठिन परिस्थितियों में भी शिक्षा के प्रति ललक देखकर वे बहुत प्रेरित हुए.साथ ही उन बच्चों और उनके टीचरों ने जो प्रेम और सम्मान दिया उससे लोयोला के छात्र अभिभूत महसूस कर रहे थे.

उधर 11वीं के छात्र छात्राओं ने विभिन्न अनाथालयों, ओल्ड एज होमों और मेंटली चैलेंज्ड विशेष लोगों के लिए बने होम का दौरा किया.बच्चे अपने साथ ढेर सारे गिफ्ट लेकर गए और उनलोगों के साथ बेहतर समय बिताया.

स्कूल से इन क्षेत्रों में जाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई थी.लोयोला के छात्र छात्राओं के इस ट्रिप का नेतृत्व मिताली, मोनीषा, पुष्पांजलि और अन्य टीचरों ने किया.इस दौरे के बाद लोयोला के बच्चों ने अपने अनुभव साझा करते हुए उसे लिखा.

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