जमशेदपुर..
बालीवुड के मशहूर सिंगर अभिजीत चटर्जी ने बीती रात दुबारा जमशेदपुरवासियों को झुमा दिया..कुछ साल पहले जमशेदपुर वीमेंस काॅलेज की ओर से आयोजित कार्यक्रम की यादें अब भी दिल में संजोए अभिजीत ने चुटकी लेते हुए कहा कि तब अलका याज्ञनिक ने गाने का मौका ही नहीं दिया था मगर आज वह नहीं हैं तो पूरा बदला लिया जाएगा और खूब गाने गाएंगे.
कानपुर के अभिजीत का है जामताड़ा से संबंध
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अभिजीत ने स्टेज से लोगों को खूब हंसाया…उन्होंने झारखंड से खुद को कनेक्टेड बताते हुए जानकारी दी कि उनका ननिहाल जामताड़ा में है.उन्होंने यहां भी चुटकी लेते हुए कहा कि जामताड़ा आज देश भर में मशहूर है.हमेशा की तरह खुद को कानपुर का बंगाली बताते हुए अनेक उदाहरणों के साथ चुटकी ली और लोगों को हंस हंसकर लोटपोट होने पर मजबूर कर दिया.
कार्निवाल के अंतिम दिन लोग मस्ती में डूबे
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तीन दिवसीय जमशेदपुर कार्निवाल के अंतिम दिन गायक अभिजीत चटर्जी के गानों ने शहरवासियों को जमकर झुमाया. अभिजीत ने जब “बादशाह और बादशाह ” से कार्यक्रम की शुरुआत की तब पूरा मैदान मस्ती में डूब गया.वहीं ‘ओले ओले’ और ‘आई एम द बेस्ट’ गानों से जब समापन किया तब लोग वन्स मोर के नारे लगा रहे थे.वे अपने अभिजीत दा से और सुनना चाहते थे.अभिजीत ने ‘सुनो न सुनो न सुन लो ना” और अन्य रोमांटिक गानों को सुनाकर पुराने समय की यादें ताजा कर दीं.अभिजीत ने “वादा रहा सनम”, “तुम दिल की धड़कन में” जैसे रोमांटिक गानों से अद्भुत समां बांध दिया, वहीं चलती है क्या नौ से बारह जैसे गानों से वातावरण मस्ती से भर दिया.
कार्यक्रम पौने दस बजे समाप्त हो गया.उसके कुछ देर पहले अभिजीत ने अपने बेटे ध्रुव चटर्जी का मजाकिया अंदाज में परिचय देते हुए उनके साथ जुगलबंदी में कुछ गीत गाए.कार्यक्रम में टाटा स्टील के वाइस प्रेसीडेंट चाणक्य चौधरी, टाटा स्टील यू आईसी एल के एमडी रितुराज सिन्हा समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे.
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