Jamshedpur News :साकची बाजार शिव मंदिर में महिलाओं ने लगवायी श्याम नाम की मेंहदी, निशान किये तैयार

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जमशेदपुर। श्री श्री साकची शिव मंदिर एवं श्री श्याम परिवार का 35वॉं श्री श्री श्याम महोत्सव मंगलवार 20 फरवरी को धूमधाम से मनाया जायेगा, इसकी सभी तैयारियां पुरी हो गयी है। सोमवार को मंदिर समिति की महिलाओं की टीम द्धारा मंदिर परिसर में मेंहदी उत्सव मनाया गया। साकची शिव मंदिर के दूसरे तल्ले पर 108 महिलाओं ने श्याम नाम की मेंहदी लगवायी। इसका आयोजन सुबह 11 से शाम आठ बजे तक चला। महिलाओं द्धारा जय श्रीराम और जय श्री श्याम लिखा हुआ दो बड़ा निशान (बाबा श्याम और बालाजी) मोर पंख से सजाया गया, जिसे शोभा यात्रा में सबसे आगे लेकर भक्तगण चलेगें। सोमवार की शाम को मंदिर के प्रथम तल्ले पर शाम छह बजे से राधा-रानी टीम की महिलाओं द्धारा बाबा श्याम का भजन-कीर्त्तन किया गया। भजनों पर महिलाओं द्धारा नृत्य कर बाबा का रिझाया गया। महिलाओं ने फूलों की होली भी खेली। महिलाओं की टीम द्धारा श्री गणेश वंदना से भजनों का शुभारंभ किया गया। आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में कविता अग्रवाल, बबली शाह, मनीषा संघी, निशा सिघल, उषा चौधरी, ममता अग्रवाल, ज्योति अग्रवाल, नेहा अग्रवाल, अंजू चेतानी, मीना शाह, राखी अग्रवाल, उमा चेतानी, मनीषा अग्रवाल, सारिका अग्रवाल, अनीता शाह, अर्पणा मोदी, रश्मि झाझरिया, कविता चौधरी, रीना गोयल, शिप्रा अग्रवाल, निधि मोदी, मेघा रिंगसिया, पिंकी रिंगसिया, शकुन मोदी, अनीता अग्रवाल, संजना अग्रवाल, सुशीला अग्रवाल, आदि का योगदान रहा।
निशान यात्रा और भजनों की अमृत वर्षा आजः- श्याम परिवार के उमेश साह और बबलू अग्रवाल ने बताया कि मंगलवार 20 फरवरी को बाबा के दरबार में भजनों की अमृत वर्षा करने के लिए प्रसिद्ध भजन गायक समस्तीपुर से रेशमी शर्मा, कोलकाता से शुभम-रूपम की जोड़ी आ रहे हैं। साथ ही स्थानीय भजन गायक महावीर अग्रवाल भी बाबा के दरबार में हाजरी लगायेंगें। रात 9 बजे से देर रात प्रभु ईच्छा तक भजनों की अमृत वर्षा होगी। इससे पहले बाबा श्याम की ज्योत प्रज्जवलित रात 08.30 मुख्य जजमान रामकृष्ण चौधरी सपरिवार द्धारा किया जायेगा। महोत्सव का मुख्य आकर्षण क्रमशः, भव्य दरबार, आलौकिक श्रृंगार, छप्पन भोग, अखण्ड ज्योत, विशाल संकीर्तन होगा। उन्होंने बताया कि मंगलवार को दोपहर 2 बजे साकची शिव मंदिर से श्याम नाम की ध्वजा लिए निशान (शोभा) यात्रा निकाली जायेगी, जो विभिन्न मार्गाे से होते हुए वापस मंदिर आकर संपन्न होगी। जिसमें 1101 भक्त निशान के साथ शामिल रहेगें।

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