Jamshedpur News:पति की आज्ञा के बिना कोई ऐसा काम नहीं करें, जिससे घर में क्लेश हो-सर्वज्ञानन्द महाराज

साकची रामलीला मैदान में कलश यात्रा के साथ भागवत कथा का शुभारंभ

34

जमशेदपुर। शहर की सामाजिक एवं धार्मिक संस्था श्री श्री रामलीला उत्सव समिति द्धारा साकची स्थित श्री रामलीला मैदान में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शनिवार की सुबह कलश यात्रा के साथ श्री गणेश हुआ। विधिविधान से पूजन अर्चना कर कलश यात्रा स्वर्णरेखा नदी हाथी घोड़ा मंदिर से बैंड-बाजे के निकली, जो साकची के विभिन्न मार्ग से होते हुए कथा स्थल पहुॅचकर समाप्त हुई। कलश यात्रा में 121 महिलाओं समेत अन्य श्रद्धालु भी शामिल थे। भागवत की पूजा अर्चना की और पूजन के बाद कलश की स्थापना की गई।
कथा के प्रथम दिन शनिवार को व्यास पीठ से गोकुलधाम मथुरा से पधारे कथावाचक स्वामी सर्वज्ञानन्द जी महाराज ने कपिल भगवान चरित्र, कपिल गीता एवं धु्रव चरित्र का सुंदर वर्णन किया। उन्होंने बताया कि भागवत कथा जब और जिसे भी मिलती है, किसी कारण से नहीं अपितु प्रभु करुणा के फलस्वरूप ही मिलती है। उन्होंने कथा के दौरान महिलाओं को संदेश दिया कि अपने पति की आज्ञा के बिना कोई ऐसा काम नहीं करें। जिससे की घर परिवार में गृह क्लेश हो। पति को परमेश्वर सास-ससुर अपने माता-पिता समझकर सेवा करनी चाहिए। महाराज ने धु्रव चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि धु्रव भगवान ने साढ़े चार साल की उम्र में भगवान की भक्ति कर भगवान के साक्षात दर्शन कर अमर पद प्राप्त किया। भगवान कपिल ने अपनी अपनी मां को सांख्यिकी शास्त्र का उपदेश दिया था। महाराज ने आगे बताया कि भगवान वेद व्यास जी जैसे महामनीषियों को भी जब संशय घेर लेता है तब श्रीमद्भागवत जैसे महापुराण का जन्म होकर अनंतानंत जीवों के संशयों की निवृत्ति होती है और जीवन आनंदमय बन जाता है। कथा सुनने मात्र से जीव जन्म और मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है। दूसरे दिन रविवार को दोपहर 3 बजे से महाराज जी श्री जड़भरत कथा, अजामिल उपाख्यान एवं प्रहलाद चरित्र की कथा का प्रसंग सुनायेगें।
इनकी रही उपस्थितिः- प्रथम दिन सुबह कलश यात्रा एवं दोपहर को भागवत कथा में यजमान क्रमशः गीता-डा. डीपी शुक्ला, ज्ञान धारा-सुभाष चन्द्र शाह, कुसुम-राम गोपाल चौधरी, सविता-शंकर लाल सिंघल, अंजु-अनिल कुमार अग्रवाल, रशिका-श्याम सुंदर अग्रवाल, शीला-मनोज कुमार मिश्र थे। कथा में प्रमुख रूप से रामफल मिश्र, पवन अग्रहरी, अनिल कुमार चौबे, रोहित कुमार मिश्र, रामगोपाल चौधरी, रामकेवल मिश्र, सुरेश पाण्डे, मगन पाण्डे, महेश तिवारी, सहित बड़ी संख्या में पधारकर प्रभु कथा प्रेमियों द्वारा महाराजश्री के श्रीमुख से निष्ठा एवं भाव पूर्वक प्रभु कथा का रसपान किया गया। इस भागवत कथा के आयोजन में स्व. मुन्ना बाबू गुप्ता ट्रस्ट विशिष्ठ सहयोगी हैं।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More