
जमशेदपुर,
झारखंड राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने हाल ही में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रसाद नड्डा से नई दिल्ली में मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने राज्य में एम्स (AIIMS) की संख्या बढ़ाने की मांग की। इस पहल को सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने स्वागत योग्य कदम बताया है और जमशेदपुर में एम्स की स्थापना का पुरजोर समर्थन किया है।
सिंहभूम चैंबर के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने कहा कि जमशेदपुर एक मिनी भारत की तरह है, जहां सभी जाति, धर्म और वर्ग के लोग एक साथ रहते हैं, लेकिन आज तक यहां कोई उच्चस्तरीय मल्टी-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल नहीं बन पाया है। गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए जमशेदपुर के नागरिकों को बेंगलुरु, वेल्लोर, हैदराबाद, चेन्नई, मुंबई या दिल्ली जैसे दूर-दराज के शहरों का रुख करना पड़ता है, जिससे उन्हें आवागमन में अत्यधिक खर्च वहन करना पड़ता है।
मूनका ने कहा, “देवघर और पटना में पहले ही एम्स की स्थापना हो चुकी है, लेकिन झारखंड का औद्योगिक हृदय कहे जाने वाले जमशेदपुर को अब तक इस सुविधा से वंचित रखा गया है। ऐसे में यदि केंद्र सरकार झारखंड में नए एम्स खोलने का विचार कर रही है, तो जमशेदपुर निश्चित रूप से एक उपयुक्त और जरूरी स्थान है।”
चैंबर ने इस बाबत एक औपचारिक पत्र राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और केंद्रीय मंत्री जगत प्रसाद नड्डा को भेजा है। इसकी प्रति मुख्यमंत्री कार्यालय, प्रधानमंत्री कार्यालय और स्थानीय जनप्रतिनिधियों – श्री सरयू राय, श्रीमती पूर्णिमा दास साहू और श्री मंगल कालिंदी को भी भेजी गई है।
मानद महासचिव मानव केडिया ने बताया कि पत्र में जमशेदपुर की भौगोलिक स्थिति, जनसंख्या घनत्व, आर्थिक योगदान और चिकित्सा जरूरतों का हवाला देते हुए एम्स स्थापना की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
चैंबर के अन्य पदाधिकारीगण – अनिल मोदी, अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, पुनीत कांवटिया, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, भरत मकानी, अंशुल रिंगसिया, बिनोद शर्मा, सुरेश शर्मा लिपु और कोषाध्यक्ष सीए अनिल रिंगसिया ने भी सरकार से इस महत्वपूर्ण मांग को गंभीरता से लेने का आग्रह किया है।