जमशेदपुर ।
खिलाडियों को अपने मेडल बहाने की नौबत आ गई लेकिन मोदी सरकार अब भी अपने सांसद को बचा रही है.ऐसे आरोपी सांसद बृजभूषण सिंह की तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए.
पूर्वी सिंहभूम जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष चुनने के बाद पहली बार मीडिया से रुबरु होते हुए नलिनी सिन्हा ने ये मांग की.उन्होंने बताया कि
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेटा डिसूजा के निर्देशानुसार और झारखण्ड प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्षा गुंजन सिंह के आदेशानुसार वे प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर उक्त मुद्दे पर अपनी बातें रख रही हैं.नलिनी ने कहा कि
महिलाओं के मुद्दे पर मोदी जी और उनके मंत्री बातें तो बड़ी बड़ी करते हैं पर पहलवानों के मुद्दे पर सब खामोश हैं.मोदी मंत्रिमंडल में महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी तो मूक दर्शक बनी बैठी हैं, क्या यह मुद्दा उनके मंत्रालय का नहीं है? 35 दिन बाद सवाल का जवाब देने सामने भी आयीं तो सुप्रीम कोर्ट की आड़ में फिर अपने गलत फैसलों को बचाने की कोशिश की… महंगाई, महिला सुरक्षा, बेरोज़गारी जैसे मुद्दों पर तो स्मृति जी मंत्री बनने से पहले ही ज्ञान दिया करती थी, अब तो उनकी बोलती बंद ही रहती है. वहीं मोदी सरकार की एक और महिला मंत्री को आप सब ने दिल्ली की सडकों पर दौड़ लगाते देखा ही होगा, पहलवान बेटियों पर सवाल पूछा तो मीनाक्षी लेखी जी ने ऐसी स्पीड पकड़ी मानो मैराथन रेस दौड़ रही हो. महिला होते हुए भी यह देश की बेटियों के साथ खड़े नहीं रह सकतीं तो ऐसे मंत्री होने का क्या फायदा है.
नलिनी ने कहा कि अपने आपको विश्वगुरु कहने वाले मोदी जी ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत की इज्ज़त तार तार कर दी है… 176 देशों वाली वर्ल्ड रेसलिंग फेडरेशन ने भी भारत को बर्खास्तगी का अल्टीमेटम दे दिया है…आप सब सोच लीजिये, जब देश की बहादुर बेटियों को मोदी राज में अपने मेडल गंगा नदी में प्रवाहित करने तक की नौबत आ रही है तब इसका मतलब साफ है कि बेटियों को न्याय दिलाने वाला कोई नहीं है. ऐसे में देश की आम बहन-बेटियों की सुनवाई कौन करेगा? जनता अब कह रही है कि मोदी सरकार का ये अत्याचार, अहंकार उनके सत्ता के
ताबूत में आखिरी कील साबित होगा. मोदी जी, अति का अंत होकर रहता है. जनता अब आपके जुल्मों सितम से परेशान और बेहाल हो चुकी है. पूरा देश और कांग्रेस पार्टी आज मोदी जी और उनके मंत्रियों से कई सवाल पूछना चाहती है.क्या हमारी सरकार और हमारे प्रधानमंत्री इतने कमज़ोर हैं कि एक सांसद के सामने घुटने टेक दिए हैं. जिन बेटियो ने पूरे विश्व मे देश का नाम रौशन किया, मैडल जीते; आज उन्ही बेटियों को सरकार दंगाई साबित करने पर क्यों तुली हुई है? क्या सत्य का साथ देना न्यू इंडिया में जुर्म है. हम खिलाडियों के साथ
खड़े हैं और आगे भी खड़े रहेंगे, हमारी दो सबसे महत्वपूर्ण मांगे हैं—
1: बृजभूषण सिंह इस्तीफा दे, मोदी और अमित शाह बचाने की कोशिश ना करें
2: बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी हो और कानून के तहत उसे कड़ी से कड़ी सजा हो
आज की प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से प्रदेश महिला कांग्रेस की महासचिव और सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर श्रीमती पुनीता चौधरी, पूर्व छात्र नेत्री शबाना परवीन, रेशमी निगार, सुमन शर्मा, संजू सिन्हा और अन्य मौजूद थीं.
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