
जमशेदपुऱ।

जमशेदपुर के प्रचारक हरविंदर सिंह जमशेदपुरी ने जमशेदपुर की तमाम सिख संगत से अपील की है की वो गुरु अर्जन साहिब जी की शहीदी दिहाडे को समर्पित सुखमनी साहिब को अर्थ सहित पढ़ना सुरु करे ताकि हमें गुरु अर्जन साहिब की उच्चारण की वाणी के अर्थ हमें समझ आ सके हरविंदर ने कहा वेसे तो हर सिख गुरु घर जाता है गुरु घर जा कर बाणी सुनता है कुछ हद तक पढ़ता भी है पर गुरबाणी को समझ के पढ़ना हर सिक्ख का फ़र्ज़ है उन्होंने कहा की गुरु साहिब की शहीदी से पूर्व मताए बहने गुरु घरों में 40 दिन तक सुखमनी साहिब पढ़ती है ये बहुत अच्छी बात है पर अगर हम सुखमनी साहिब को अर्थ साहित पाढ़े तो एक अलग आनंद आएगा हरविंदर के अनुसार हर सिख को अर्थ सहित बाणी पढ़नी चाहिए ताकि हमें उसके महत्व के बारे समझ आ सके क्यों की गुरबाणी हमारे मन को मज़बूत करती है ओर सुखमनी साहिब भी मन को समजती है गुरु अर्जन साहिब कहते है “उसतत मन में कर निरंकार कर मन मेरे सत बेयोहार” अर्थात् इस मन में उस अकाल पुर्ख की आराधना करो , अपने मन को साँचा व्यवहार करने के लिए पेरित करो !इस लिए हमें पूरी गुरु ग्रंथ साहिब की बाणी अपने जीवन काल में अर्थ सहित ज़रूर पढ़नी चाहिए हरविंदर ने नोजवानो से ख़ास अपील की है की वो भी सुखमनी साहिब अर्थ सहित ज़रूर पढ़े तभी हम गुरु अर्जन साहिब को सही मायने में याद रख सकते है
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