JAMSHEDPUR DURGA PUJA 2024 :अंडमान की लुप्तप्राय जनजाति ‘जारवा’ की संस्कृति को दर्शाता दुर्गा पूजा पंडाल रहा चर्चा का केंद्र, पढिए आदित्यपुर में कहां बना यह पंडाल

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Anni Amrita

आदित्यपुर.

जमशेदपुर और उससे सटे आदित्यपुर में चर्चित दुर्गा पूजा पंडालों को देखने के लिए हर साल जनसैलाब उमड़ पड़ता है.आदित्यपुर में एस टाइप, मलखान सिंह का पंडाल और फुटबाॅल मैदान का पंडाल अपनी भव्यता की वजह से लाखों लोगों का ध्यान खींचता है, लेकिन पिछले साल और इस साल से उस लिस्ट में एक नाम और जुड़ गया है और वह है-हरिओम नगर के मां भवानी यूथ क्लब का पूजा पंडाल.

पिछले साल से यहां थीम आधारित दुर्गा पूजा पंडाल बनाया जा रहा है.पिछले साल ‘एनाकौंडा’ थीम को देखने के लिए भारी भीड़ जुट गई थी.वहीं इस साल अंडमान निकोबार के ‘जारवा’ जनजाति समुदाय की संस्कृति को दर्शाता दुर्गा पूजा पंडाल बनाया गया है जो अत्यंत ही आकर्षक नजारा पेश कर रहा है.इस पंडाल को देखने के लिए षष्ठी से ही लोग उमड़ पड़े.

जारवा जनजाति विलुप्त प्राय जनजाति है, उसका संरक्षण हो–अंबुज कुमार
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मां भवानी यूथ क्लब के अध्यक्ष अंबुज कुमार ने बताया कि अंडमान में रहनेवाली ‘जारवा’ जनजाति की आबादी घटकर 250से 450के बीच हो गई है.सरकार से आग्रह है कि वह इस जनजाति की संस्कृति को बचाते हुए उसके लिए शिक्षा, आवास व स्वास्थ्य की सुविधा दे.अंबुज ने बताया कि अब भी यह जनजाति आधुनिक युग से दूर है और शिकार करके अपना जीवन चलाती है. इनमें से ज्यादातर लोग कपड़े भी नहीं पहनते हैं.इनकी अपनी संस्कृति है जिसको बरकरार रखते हुए इन्हें आधुनिकता से जोड़ा जा सकता है.उन्होंने कहा कि ‘जारवा’ जनजाति की थीम पर पंडाल बनवाने के पीछे दुनिया का ध्यान इस मुद्दे की तरफ आकृष्ट करना था.उन्होंने कहा कि पूरे पंडाल को प्राकृतिक चीजों से बनाया गया है.पंडाल के भीतर जारवा जनजाति की दिनचर्या और संस्कृति को शानदार तरीके से दर्शाया गया है.

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