दुर्घटना मुआवजा से जुड़े मामले में संवेदनशील बनने की जरूरत : मनोज प्रसाद
जमशेदपुर : वाहन दुर्घटना दावा से जुड़े केशव केसो के लिए रविवार को जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन एसएनटीआई सभागार में किया गया । उत कार्यशाला में न्यायिक पदाधिकारियों के अलावे प्रशासनिक पदाधिकारी, बीमा कंपनी के अधिकारी एवं अन्य संबंधित स्टेकहोल्डर मौजूद थे। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सिविल कोर्ट जमशेदपुर के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज प्रसाद ने कहा की वाहन दुर्घटना का शिकार होने पर एक परिवार के समक्ष विषम परिस्थिति उत्पन्न हो जाती है। ऐसी स्थिति में परिवार को सबलता प्रदान करने के लिए मुआवजा का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि वाहन दुर्घटना दावा से जुड़े केसों के अनुसंधान एवं उसकी प्रक्रियाओं के लिए जिम्मेदार स्टेकहोल्डरों को संवेदनशील बनने की जरूरत है। कार्यशाला में सरायकेला खरसावां सिविल कोर्ट के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शिव शंकर दुबे, पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त उपायुक्त रविशंकर शुक्ला, जमशेदपुर के सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट आदि मौजूद थे । पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने वाहन दुर्घटना से जुड़े मामलों में पुलिसकर्मियों को त्वरित गति से जांच प्रक्रिया पूरी करने के लिए कहा। वही सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने दुर्घटना के समय पुलिस की भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यशाला के दूसरे सत्र में तकनीकी बिंदुओं पर पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से उपस्थित लोगों को जानकारी दी गई। इस दौरान अधिवक्ता विनोद कुमार निधि ने वाहन दुर्घटना दावा से जुड़े मामलों में बीमा कंपनियों की जवाबदेही एवं भूमिका पर प्रकाश डाला। वही वाहन दुर्घटना के बाद परिवहन विभाग की प्रक्रियाओं के संबंध में जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश कुमार रंजन ने प्रकाश डाला। इससे पहले कार्यशाला का उद्घाटन अतिथियों की ओर से संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। स्वागत भाषण जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव नीतीश नीलेश सांगा ने दिया। जबकि कार्यक्रम का संचालन प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी एंजलीना जॉन ने किया । अंत में धन्यवाद ज्ञापन सरायकेला जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव श्री कुलदीप ने किया।
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