
जमशेदपुर
टाटानगर स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक स्थित लिफ्ट में सोमवार दोपहर एक बजे बाद तीन स्कूली छात्रा फंस गई। लिफ्ट में फंसी छात्राओं ने स्टेशन निदेशक एचके बलमुचू को मोबाइल पर फोन किया था। इससे स्टेशन ड्यूटी रेलकर्मियों में अफरातफरी मच गई। जबकि स्टेशन निदेशक एचके बलमुचू ने वाणिज्य उपाधीक्षक एसके पति को बुलाकर घटना की जानकारी दी। दोनों सीटीआई मलय मल्लिक व सीएचआई जितेन्द्र कुमार को लेकर लिफ्ट के पास पहुंचे। रेलकर्मी व सफाईकर्मी लिफ्ट का गेट तोड़ने के लिए सब्बल ले आए। लेकिन लिफ्ट का गेट तोड़ना नहीं पड़ा। स्टेशन निदेशक ने छात्राओं के नंबर पर बात कर उन्हें स्वीच दबाने का आदेश दिया। इससे लिफ्ट का गेट खुल गया और अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
छात्राओं पर तीन सौ जुर्माना: लिफ्ट में फंसी 14-15 वर्ष की छात्राओं को वाणिज्यकर्मी आरपीएफ को सौंपने जा रहे थे। बाद में छात्राओं पर रेल संपति से छेड़छाड़ करने के कारण 300 रुपये जुर्माना लगाया गया, जिसे देकर स्कूली छात्राओं ने खुद को कानूनी कार्रवाई से बचाया।
आठ दिनों में लिफ्टी फंसने की दूसरी घटना: 21 सितंबर की शाम टाटानगर स्टेशन के लिफ्ट में अजय मुखी नामक सफाई कर्मचारी प्लेटफॉर्म नंबर एक से फुटओवर ब्रिज पर जाने के दौरान फंसा था। उस वक्त जीआरपी व आरपीएफ के जवानों ने लिफ्ट का गेट तोड़कर सफाईकर्मी को बाहर निकाला था।
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