जमशेदपुर – शहर के अधिकांश निजी स्कूलों की ओर से इन दिनों अभिभावकों पर फीस देने का दबाव बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में कई ऐसे अभिभावकों से पूरे 1 वर्ष की फीस मांगी जा रही है। जो खुद गरीब एवं बीपीएल श्रेणी के अंतर्गत आते हैं। इसकी शिकायत सामाजिक सेवा संघ को होने के बाद संघ का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को जिला शिक्षा अधीक्षक से मिला तथा उन्हें मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। संघ के संयोजक राजेश सामंत ने बताया कि शहर के अधिकांश स्कूलों की ओर से गरीब एवं बीपीएल श्रेणी के अभिभावकों पर पूरे 1 वर्ष का फीस देने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन काल में उक्त श्रेणी के अभिभावकों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई थी। ऐसे में पूरे 1 वर्ष की मोटी फीस देना उनके लिए संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि स्कूलों की ओर से कहा जा रहा है कि बगैर फीस दिए बच्चों को परीक्षा में शामिल होने नहीं दिया जाएगा। अगर बच्चा परीक्षा दे भी देता है तो, उसका रिजल्ट रोक दिया जाएगा एवं उसे दूसरी कक्षा में प्रमोट नहीं किया जाएगा। ऐसे में अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर काफी चिंतित है। इस मामले में जिला शिक्षा अधीक्षक ने संघ के प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया है कि गरीब एवं बीपीएल श्रेणी के बच्चों की फीस माफी के लिए वे स्कूलों को पत्र भेजेंगे। दूसरी ओर संघ ने मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री को ट्वीट करके उक्त मामले से अवगत कराया। साथ ही आवश्यक निर्देश जारी करने का आग्रह किया है। प्रतिनिधिमंडल में सामाजिक सेवा संघ के संयोजक राजेश सामंत, भूपति सरदार,सोनू श्रीवास्तव, आशा देवी,विमला देवी,रीता शर्मा, , किशनो हेम्ब्रो, छोटे सरदार,आदि शामिल। थे।
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