साकची में तीन देवियों की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का तीसरा दिन
जमशेदपुर। साकची ठाकुरबाड़ी रोड़ में तीन देवियों की (मंदिर में श्री महालक्ष्मी माता, श्री अंजनी माता और श्री राणीसती दादी जी एक साथ विराजमान होगी) की भव्य प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव सह मंदिर उद्घाटन समारोह के तीसरे दिन शनिवार 22 फरवरी की सुबह 08.15 बजे से देवी प्रतिमाओं का पूजन किया गया। पूजन का सभी कार्य विधिवत रूप से मथुरा से पधारे आचार्य बांके बिहारी गोस्वामी जी महाराज के पावन सानिध्य में वेद मंत्र के ज्ञाता 21 पुजारियों की मंडली कर रहे हैं।
शनिवार की पूजा में यजमान क्रमशः राजकुमार चंदुका, प्रमोद कुमार अग्रवाल, महेन्द्र कांवटिया, विश्वनाथ सोंथालिया, सुरेश कांवटिया, राजेश अग्रवाल, मनीष अग्रवाल एवं नरेश अग्रवाल सभी सपत्नी उपस्थित थे।
शनिवार की शाम को मथुरा वासी आचार्य बांके बिहारी गोस्वामी जी महाराज ने व्यासपीठ पर आसीन होकर अपनी सुमधुर वाणी एवं भावनात्मक शैली से भक्ति और भगवान के चरित्र का वर्णन और महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि भगवान सदैव भक्त के अधीन रहते हैं। भक्त विश्वास के साथ अगर भगवान को स्मरण करता है तो उसे दर्शन अवश्य होते हैं। जैसा कि बालक धु्रव ने ईश्वर के साक्षात दर्शन किए। सच्ची भक्ति हो तो भगवान स्वयं भक्तों को मान रखने के लिए आगे रहते हैं। भक्ति से बढ़कर ईश्वर प्राप्ति का दूसरा कोई साधन नहीं हैं।
पितरों को श्राद्ध कर्म एवं तर्पण की विधि समेत पितरों के दोष से बचने का विस्तार से वर्णन करते हुए आचार्य जी ने आगे कहा कि पितर देव के संतृष्ट रहने से गृहस्थ जीवन में सुख, शांति, संतान और धन की प्राप्ति होती हैं। श्राद्ध पक्ष में पहले ब्राह्मणों को भोजन करने के बाद तर्पण करना चाहिए। श्राद्ध का भोजन ग्रहण करने से पहले हर ब्राह्मण को इन नियमों का पालन जरूर करना चाहिए।
प्रवचन के दौरान मयूर नृत्य की झांकियों ने भक्तों को भाव विभोर कर दिया। मालूम हो कि 24 फरवरी तक देवी प्रतिमाओं का पूजन होगा। 25 फरवरी मंगलवार को सुबह पूजा के बाद 11.15 बजे से देवी प्रतिमा का नगर भ्रमण सह निशान यात्रा निकलेगी। बुधवार 26 फरवरी को सुबह पूजा के सभी देवी प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा होगा।
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