राज्य मानवाधिकार आयोग के आदेश पर हुआ जांच मुसाबनी बीडीओ और एक्सिकुटिव मेजिस्ट्रेट घाटशिला ने किया जांच

संवाददाता,जमशेदपुर,2 मई
शुक्रवार को मुसाबनी के बीडीओ मुजाहिद अंसारी एवं घाटशिला अनमंडल के एक्सिक्यूटिव मेजिस्ट्रेट रामशंकर भकत ने डॉ प्रभावती टोप्पों के साथ जादूगोड़ा के इंचड़ा उरांव टोला मे कमला उरांव के घर जाकर जांच किया और कमला उरांव और बुधनी उरांव का ब्यान कलमबंद किया , जांच के दौरान यूसिल के अधिकारी एससी भोमिक , कान्द्रा माहली ,प्रदीप कुमार नायक , डॉ मांझी , डॉ मनोज कुमार , भाभा औटोमिक रिसर्च सेंटर के अधिकारी डॉ विवेकानद झा भाटिन पंचायत के पंसस पिथों मांझी , सुभाष सिंह मौजूद थे ,
मुसाबनी बीडीओ ने बताया की झारखंड राज्य मानवाधिकार आयोग मे स्नेहा पंडित द्वारा केस संख्या 517/2013 दर्ज़ कराया गया है जिसमे जादूगोड़ा मे रेडिएसन के कारण जादूगोड़ा के लोगो को हो रही परेशानी खासकर इंचड़ा निवाशी बुधनी उरांव के विकलांग भाई दुनिया उरांव ( 33 वर्षीय )एवं बहन ओलाबती उरांव ( 30 वर्षीय ) के संबंध मे एवं रेडिएसन के दुष्प्रभाव की जांच की गयी , जांच का आदेश राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस नारायण राय ने दिया है , जांच अधिकारियों ने विस्तार से पीढ़ित परिवार से उनकी समस्याए जानी ।
पूरा मामला इस प्रकार है न्यूयोर्क्स टाइम मे 14-07-2013 को एक खबर छपी थी जिसमे लिखा हुआ था की वाट लिंक्स जापान एंड जादूगोड़ा एवं इसमे रेडिएसन के कारण ओलाबती एवं दुनिया उरांव के बारे मे भी लिखा हुआ था जिसे स्नेहा पांडे ने राज्य मानवाधिकार आयोग को ईमेल के माध्यम से भेज दिया था और मामले मे संगयान लेते हुए राज्य मानवाधिकार आयोग ने केस संख्या 517/2013 दर्ज़ किया है जिसकी जांच जस्टिस नारायण रॉय के आदेश से किया जा रहा है उन्होने पूरे मामले मे चार सप्ताह मे जवाब मांगा है ।
वहीं यूसिल के डॉ मनोज कुमार एवं बार्क के डॉ विवेकानद झा ने जांच अधिकारियों के समक्ष जादूगोड़ा मे रेडिएसन से अपंगता होने से इंकार किया ।
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