
संतोष अग्रवाल,जमशेदपुर,14 मई

यूसिल बागजाता माइंस से अयस्क की ढुलाई फिर से शुऱु हो गई है । .ये जानकारी युसिल के सीएमडी पिनाकी रॉय ने संवाददाता सम्म्लेन कर दी उन्होने बताया की बागजाता माइंस से अयस्क लाने वाले ठेकेदारो से सुबह वार्ता किया गया जिसमे प्रबंधन आउट ठेकेदारो के बीच सहमति बनी एवं इसके बाद ठेकेदार प्रदीप अग्रवाल , किशोरी बंसल , एवं समशेर खान द्वारा संध्या 3.30 बजे से 3 हाइवा अयस्क लगभग 70 टन जादूगोड़ा माइंस लाया गया , ठेकेदारो के साथ बैठक के दौरान सीएमडी , पिनाकी रॉय , एससी भौमिक ,एसके श्रीवास्तव ( डीटी ) , भी थे , प्रबंधन ने बताया की वहाँ सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ़ एवं जिला प्रशासन चुस्त – दुरुस्त रहा एवं ग्रामीणो का अभी पूरा सहयोग रहा है ।
.गौरतलब है कि यूसिल बागजाता माइंस से यूरेनियम अयस्क लेकर आ रहे ठेकेदार पीके अग्रवाल के हाईवा को 6 मई मंगलवार को रात्रि मे नक्सलियो द्वारा डीजल डालकर जला दिया गया था जिसके बाद बागजाता माइंस से जादूगोड़ा मिल तक आने वाली यूरेनियम अयस्क की ढुलाई ठेकेदारो द्वारा सुरक्षा का हवाला देकर बंद कर दिया गया था ।इसके बाद प्रशासन के वरीय अधिकारियों ने आकर क्षेत्र का दौरा किया और यूसिल प्रबंधन को सुरक्षा का भरोसा दिया एवं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पीएमओ कार्यालय द्वारा भी सुरक्षा संबन्धित जरूरी दिशा निर्देश दिया ।
उल्लेखनिय है कि बगजाता माइंस से प्रतिदिन 500 से 600 टन यूरेनियम अयस्क का ढुलाई होता है एवं जादूगोड़ा मिल मे प्रतिदिन 2500 टन अयस्क की जरूरत होती है , जिसमे जादूगोड़ा , नरवा , एवं बागजाता माइंस द्वारा अयस्क की पूर्ति की जाती है ।