
संवाददाता,जमशेदपुर :13 मई
अक्सर आप मोबाइल पर मैसेज आने पर चौक जाते होंगे कि बैक एकाउंट से रुपये की निकासी नहीं की, बावजूद रुपये कैसे निकल गए। शॉपिंग की नहीं तो कैसे खरीदारी उनके कार्ड से हो गई। एटीएम नहीं गए तो रुपये कैसे निकल गए। इनाम निकला है इतनी राशि जमा कर दें। ऐसे कई फोन आपके पास आते होंगे। दरअसल, ऐसा एक संगठित गिरोह कर रहा है। गिरोह के तार जमशेदपुर से लेकर देशभर में जुड़े हैं।
शहर की पुलिस टीम ऐसे दो लोगों को दबोचने में सफल हुई है जो इंटरनेट हैक (साइबर क्राइम) कर जालसाजी से दूसरे के बैंक एकाउंट से रुपये की निकासी करने वाले गिरोह से जुड़े हुए हैं। इनका काम बैंक ग्राहक का फोन नंबर, बैंक एकाउंट नंबर, एटीएम का गोपनीय पिन कोड, एटीएम कार्ड नंबर उपलब्ध कराना था। पकड़े गए गिरोह के सदस्यों में धनबाद जिले के तिसरा थाना क्षेत्र के मोहरीबांध निवासी संजी सिकदार एवं कोडरमा जिले के जयनगर थाना क्षेत्र के शर्माटांड के राकेश यादव शामिल हैं। राकेश यादव जमशेदपुर के उलीडीह थाना क्षेत्र के चंद्रप्रभा नगर एवं संजीव सिकदार आदर्शनगर डिमना रोड में रहता था। यह जानकारी एसएसपी अमोल वी होमकर ने सोमवार को संवाददाताओं को दी। संवाददाता सम्मेलन में सिटी एसपी कार्तिक एस भी मौजूद थे।

एसएसपी ने बताया कि ऐसी शिकायत मिल रही थी कि बैंक अधिकारी बता फोन कर ग्राहकों से बैंक एकाउंट की पूरी जानकारी एकत्र कर रुपये की निकासी की जा रही है। एएसपी शैलेंद्र वर्णवाल के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। 10 मई को एमजीएम थाना के शिरोमन नगर निवासी देवाशीष दास की पत्नी सम्मापति ने शिकायत दर्ज कराई कि उनके मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति का फोन आया जो खुद को एसबीआइ का अधिकारी बताते हुए खाता में सुधार करने का झांसा देकर एकाउंट से संबंधित पूरी जानकारी हासिल कर ली। बाद में जानकारी हुई कि पांच-पांच हजार रुपये की निकासी दो बार हो गई। मोबाइल कॉल के आधार पर पुलिस ने डिमना रोड स्थित एजिस कॉल सेंटर में कार्य करने वाले राकेश यादव व संजीव सिकदर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में यह जानकारी हुई कि दोनों एयरटेल मनी से जुड़े ग्राहकों के बैंक होल्डर से संपर्क कर एटीएम का पिन कोड, सीबीटी नंबर, एटीएम कार्ड नंबर हासिल कर अपने सहयोगियों को देते थे। जो इंटरनेट हैक कर रुपये की निकासी कर लेते थे। गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी को छापामारी जारी है।
———-
अक्टूबर में पकड़े गए थे गिरोह के कई सदस्य
सिटी एसपी कार्तिक एस ने बताया कि ऐसे ही गिरोह से जुड़े मानगो डिमना बस्ती की नीतू कुमारी व उसके सहयोगी सागर व कृणाल को दबोचा गया था। इनके पास से पुलिस ने आभूषण, नकद एवं बैंक एकाउंट में रखे करीब चार लाख रुपये, दो मोबाइल फोन, दर्जनों सिम कार्ड, लैपटाप और सागर व कृणाल के पास से लैपटाप बरामद किया था।
Comments are closed.