Indian Railway Irctc:यात्रियों का सफ़र होगा आरामदायक, अब एलएचबी कोच के साथ चलेगी उत्कल एक्सप्रेस

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जमशेदपुर.

टाटानगर रेलवे स्टेशन पर रुकने वाली पुरी – योगनगरी ऋषिकेश उत्कल एक्सप्रेस से आईसीएफ कोच हटाकर अत्याधुनिक एलएचबी कोच लगाए जाएंगे. एलएचबी कोचों से युक्त ट्रेन 16 अगस्त से रेलवे ट्रैक पर दौड़ेगी. हालांकि यह सेवा सिर्फ एक रैक मे ही फिलहाल उपलब्ध हो पाई है,लेकिन जल्द एल एच बी रैक मिलने पर यह सुविधा सभी रैक पर उपलब्ध हो जाएगी.

16 अगस्त को पुरी से और19 अगस्त से योगनगरी ऋषिकेश से

पूर्व तट रेलवे के मिली जानकारी के अनुसार गाङी संख्या 18477 पुरी – योगनगरी ऋषिकेश उत्कल एक्सप्रेस की एक रैक आज से एलएचबी कोच से युक्त हो गई.जबकि बाकी बचे चार रैक आईसीएफ कोच से ही फिलहाल चलेगी. रेल प्रशासन ने रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए अब आईसीएफ कोचों वाली ट्रेन की रैक को भी एलएचबी कोचों वाली रैक में तब्दील किया है. एलएचबी कोच युक्त रैक 16 अगस्त से पुरी से चलेगी, जबकि 19 अगस्त से योगनगरी ऋषिकेश से चलेगी.

पांच रैक है उत्कल एक्सप्रेस के

आपको बता दें कि गाङी संख्या 18477/18478 पुरी-योगनगरी ऋषिकेश -पुरी उत्कल एक्सप्रेस का परिचालन प्रतिदिन होता है.इसके लिए पांच रैक का रेलवे उपयोग करता है, लेकिन आज इन पांच रैकों में एक रैक आज से एलएचबी हो गया है.

*सुरक्षित और आरामदायक यात्रा के लग रहे एलएचबी कोच*

भारतीय रेलवे इन दिनों ट्रेनों में अत्याधुनिक एलएचबी कोच लगाने पर जोर दे रहा है.इसके लिए आईसीएफ कोच को ट्रेन से हटाया भी जा रहा है.रेल प्रशासन के अनुसार एलएचबी कोच की वजह से ट्रेनों की स्पीड बढ़ रही है.वहीं सफर सुरक्षित और आरामदायक होता है.बता दें कि कोई दुर्घटना होने पर एलएचबी कोच एक दूसरे के ऊपर नहीं चढ़ते और दुर्घटना की भयावहता कम होती है. रेल कर्मियों के अनुसार आईसीएफ कोच चेन्नई की फैक्ट्री में बनते हैं. जबकि एलएचबी कोच जर्मनी की कंपनी के नाम पर है जिसका पूरा नाम लिंक हाफमैन बुश है. आईसीएफ कोच स्टेनलेस स्टील का बना होता है. इस वजह से बहुत भारी होता है. जबकि एलएचबी कोच माइल्ड स्टील से बनता है. यह वजन में हल्का और उपयोगी रहता है.आईसीएफ कोच में एयर ब्रेक का प्रयोग होता है.इस वजह से ब्रेक लगाने पर ट्रेन काफी दूर जाकर रुकती है.जबकि एलएचबी कोच में डिस्क ब्रेक का प्रयोग होता है. ब्रेक लगाने पर कुछ ही दूरी पर ट्रेन रुक जाती है. एलएचबी कोच की खासियत यह भी है कि इसमें सेंट्रल कप्लिंग होती है.इस वजह से दो बोगियों को आपस में जोड़ा जाता है.इसके अलावा कई अन्य खूबियां हैं.

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