जमशेदपुर। खुफिया इनपुट ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के होश उड़ा दिए हैं। इनपुट के मुताबिक नक्सलियों की गीतांजलि एक्सप्रेस ट्रेन को उड़ाने की योजना है। इनपुट में बजाब्ता योजना को अंजाम देने की जगह और तारीख भी बताई गई है।
गीतांजलि एक्सप्रेस को यात्री साहित उड़ाने की नक्सली तैयारी संबंधी खुफिया जानकारी पर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के साथ साथ रेलवे अधिकारियों के होश उड़ा दिए हैं। खुफिया विभाग की इस रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए दक्षिण-पूर्व रेलवे चक्रधरपुर के वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त ने सीनियर डीईएन को-ऑर्डिनेशन, सीनियर डीईई ऑपरेशन और सीनियर डीओएम को पत्र लिखकर खास कदम उठाने के सुझाव दिए थे। जिसके तहत आरपीएफ, जीआरपी व जिला पुलिस संयुक्त रुप से गीतांजलि एक्सप्रेस व अन्य यात्री ट्रेनों में आरपीएफ की गश्ती बढ़ा दी है। वहीं मोहालीमुरुप के खरसांवा व कुचाई सेक्सन में यात्री ट्रेनों के आगे इंजन व मालगाड़ी को दौड़ाया जा रहा है ताकि यात्री ट्रेन को नक्सलियों द्वारा किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा सके।
लोको व सहायक पायलट को किया अलर्ट
लोको व सहायक पायलट को अलर्ट किया गया है। उक्त क्षेत्र में गैंगमैन लगातार रेल ट्रैक की पेट्रोलिंग कर रहे हैं। संदिग्ध गतिविधियां व किसी भी दिन गड़बड़ी की आशंका पर सूचना तत्काल आरपीएफ के कंट्रोल रूम, पुलिस, जीआरपी को देने का निर्देश जारी किया गया है।
8से 11 अक्टूबर तक ट्रेन उड़ाने का समय किया था तय
नक्सलियों द्वारा ट्रेन को उड़ाने की तिथि की भी घोषणा कर दी थी। इसके अनुसार आठ अक्टूबर से 11 अक्टूबर के बीच ट्रेन को उड़ाने की तैयारी थी। महालीमोरूप के सरायकेला-खरसावां जिले के कुचाई, खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम जिले के झींकपानी इलाके में सक्रिय 20 महिला-पुरुष नक्सली सीनी और राजखरसावां सेक्शन के महालीमोरूप स्टेशन पर रेल पटरी को उड़ाकर गीतांजलि एक्सप्रेस को दुर्घटनाग्रस्त करा सकते हैं। ऐसे में जानमाल का बड़ा नुकसान हो सकता है। योजना बनानेवाले नक्सली भाकपा माओवादी संगठन से हैं। नक्सलियों में हुंडरू महाली, रणजीत महाली और साहनी प्रमुख है। तीनों योजना का मास्टरमाइंड हैं।
महालीमुरुप के बाद धीमे रफ्तार से गुजर रही ट्रेनें
महालीमुरुम स्टेशन के आस पास व राजखरसांवा – कुचाई सेक्शन से यात्री ट्रेन धीमी रफ्तार से गुजर रही है। ट्रेन के आगे-आगे इंजन व मालगाड़ी को दौड़ाया जा रहा है।
ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस को नक्सली बना चुके निशाना
28 मई 2010 को हावड़ा-मुंबई रेलखंड पर पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में रेल पटरियों में तोडफ़ोड़ कर नक्सली ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस को दुर्घटनाग्रस्त करा चुके हैं। तब ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस के 13 डिब्बे पटरियों से उतर गए थे और उनमें एक मालगाड़ी ने टक्कर मार दी थी। इस हादसे में 148 लोगों की मौत हुई थी। इसका सूत्रधार नक्सली बापी महतो को माना गया था। बड़ी मशक्कत के बाद बंगाल और झारखंड की पुलिस ने मिलकर उसे गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई थी।
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