गिरिडीह ।
देवरी के चतरो बाजार से कुछ दूरी पर गिरिडीह-जमुई के सक्रिय हार्डकोर नक्सली दारोगी यादव को एक एसएलआर हथियार समेत बडे पैमाने पर जिंदा कारतूस और एक मैगजीन के साथ गिरिडीह पुलिस ने रविवार की सुबह गिरफृतार कर झारखंड-बिहार के दोनों जिलों के माओवादी संगठन को तगडा झटका दिया है। क्योंकि दारोगी यादव का संबध गिरिडीह-जमुई के जोनल कमांडर सिद्वु कोडा के दस्ते से बताया जा रहा है। लिहाजा, सिद्धु कोडा के संगठन को तगडा झटका लगने की बात कही जा रही है। वैसे सिद्धु कोडा और पिंटू राणा का दस्ता काफी दिनों से गिरिडीह-जमुई के इलाकों को देख रहा है। पुलिस सूत्रों की मानें तो दारोगी यादव के खिलाफ गिरिडीह के भेलवाघाटी, लोकायनयनपुर के अलावे जमुई के चरकापत्थर समेत कई थानों में नक्सली केस दर्ज है। सूत्रों की मानें तो जब कभी पुलिस के साथ जमुई या गिरिडीह पुलिस के साथ पिंटू राणा और सिद्धु कोडा के दस्ते के साथ इनकांउटर हुआ, उसे बैकअप देने में दारोगी यादव का हाथ महत्पूर्ण ही माना गया। वैसे गिरफृतार माओवादी दारोगी यादव जमुई के चरकापत्थर थाना के दूधपनियां गांव का रहने वाला बताया जा रहा है। जबकि चरकापत्थर थाना के दूधपनियां गांव होने के कारण दारोगी यादव को चरकापत्थर का एरिया कमांडर बनाया गया था।
