
सरायकेला-खरसावां (गम्हरिया):
शिवनगर से बगानपाड़ा औद्योगिक क्षेत्र, गम्हरिया रेलवे स्टेशन और लाल बिल्डिंग को जोड़ने वाली मुख्य सड़क की हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि यह अब किसी लाईफलाइन के बजाय दुर्घटनाओं का न्योता बन गई है। सड़क पर जगह-जगह जलजमाव, गड्ढे और कीचड़ ने इसे पूरी तरह से नरकीय स्थिति में बदल दिया है।


हर रोज छोटे-छोटे बच्चे स्कूल जाने के लिए हाथ में जूता उठाए, नंगे पैर कीचड़ और पानी से होकर गुजरने को मजबूर हैं। यह दृश्य देखकर किसी भी संवेदनशील व्यक्ति का मन व्यथित हो सकता है। स्थानीय लोगों का सवाल है कि आखिर इन मासूम बच्चों का क्या कसूर है जो उन्हें इस तरह नारकीय जीवन झेलना पड़ रहा है?
SOUTH EASTERN RAILWAY :आदित्यपुर को मिली एक और नई ट्रेन तोहफा, जानिए समय
आखिर दोषी कौन?
स्थानीय लोग प्रशासन से सवाल कर रहे हैं कि इस सड़क की बदहाली के लिए स्थानीय प्रशासन, जिला प्रशासन, छोटा
पूर्व राजद जिला प्रवक्ता मुकेश झा ने इस गंभीर जनसमस्या पर आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को कम से कम इन बच्चों की स्थिति देखकर तुरंत मुरुम या छाई भराई का कार्य शुरू कर देना चाहिए। श्री झा ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन इसी तरह मूकदर्शक बना रहा तो किसी भी दिन इस सड़क पर गंभीर दुर्घटना हो सकती है और उसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
झा की मांग:
-
सड़क पर तत्काल मुरुम या छाई डाला जाए
-
पंद्रह से बीस गाड़ी मुरुम से स्थिति सुधारी जा सकती है
-
जनहित को ध्यान में रखते हुए शीघ्र कार्य शुरू किया जाए
स्थानीय जनता का आक्रोश:
उन्होने चेतावनी दी है कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ तो वे जनआंदोलन शुरू करने को मजबूर होंगे। उनकी मांग है कि बच्चों और आमजन की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सड़क मरम्मत का कार्य अविलंब शुरू किया जाए।