रेल खबर।
रेल यात्रा के दौरान झटके, कंपन और आवाजें आम तौर पर यात्रियों के अनुभव का हिस्सा मानी जाती हैं। लेकिन जब कोई ट्रेन 150 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार से दौड़े और कोच के अंदर रखे ग्लास का पानी छलके तक नहीं, तो यह दृश्य न केवल चौंकाता है, बल्कि रेलवे की तकनीकी दक्षता और ट्रैक की बेहतरीन गुणवत्ता को भी दर्शाता है। ऐसा ही नजारा हाल ही में पूर्व मध्य रेलवे के बंधुआ–कोडरमा–धनबाद रेलखंड पर देखने को मिला।
दरअसल पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह इस रेलखंड पर विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण पर थे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ट्रैक, पुल-पुलियों, ओवरहेड इलेक्ट्रिक सिस्टम और स्टेशन परिसरों की बारीकी से समीक्षा की। इसी दौरान ट्रेन की गति को 150 किमी/घंटा तक बढ़ाया गया। हैरानी की बात यह रही कि इतनी तेज रफ्तार के बावजूद कोच के अंदर रखे ग्लास में पानी पूरी तरह स्थिर रहा और एक बूंद भी बाहर नहीं गिरी।
यह दृश्य बंधुआ–कोडरमा–धनबाद रेलखंड की मजबूत ट्रैक संरचना, सटीक लेवलिंग, बेहतर पथ-रक्षण व्यवस्था और आधुनिक रेलवे तकनीक का प्रत्यक्ष प्रमाण है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, नियमित निगरानी, समयबद्ध मेंटेनेंस और सुरक्षा मानकों के कड़ाई से पालन का असर अब यात्रियों को सहज और आरामदायक यात्रा के रूप में दिखने लगा है।
निरीक्षण के बाद महाप्रबंधक ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यात्रियों की सुरक्षा, संरक्षा और यात्रा सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए ट्रैक और रोलिंग स्टॉक की गुणवत्ता को और बेहतर किया जाए। यह घटना न केवल रेलवे इंजीनियरिंग टीम के लिए गर्व की बात है, बल्कि यात्रियों के लिए भी भरोसे का संदेश है कि भारतीय रेलवे तेज, सुरक्षित और स्मूद यात्रा के लिए लगातार नए मानक स्थापित कर रही है।
पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक द्वारा बंधुआ–कोडरमा–धनबाद रेलखंड का विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण
पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने आज बंधुआ–कोडरमा–धनबाद रेलखंड का विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने रेलखंड के विभिन्न स्टेशनों, पुल–पुलियों, ओएचई (OHE) प्रणाली, पथ-रचना तथा ट्रैक की संरक्षा एवं मजबूती का अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान ट्रेन की गति जब 150 किमी/घंटा तक पहुँची, तब भी “ग्लास में पानी पूर्णत: स्थिर रहा” — यह धनबाद मंडल की उत्कृष्ट ट्रैक संरचना, सुदृढ़ पथ-रक्षण व्यवस्था तथा अत्याधुनिक रेलवे अवसंरचना की उच्च गुणवत्ता का स्पष्ट प्रमाण है। बेहतर सवारी गुणवत्ता धनबाद मंडल द्वारा अपनाई गई उन्नत प्रक्रियाओं, सतत रखरखाव प्रबंधन तथा संरक्षा-उन्मुख कार्यप्रणाली का परिणाम है। निरीक्षण उपरांत महाप्रबंधक द्वारा संबंधित अधिकारियों को रेलखंड की संरक्षा, विश्वसनीयता एवं यात्री सुविधा को और अधिक सुदृढ़ करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया । इस अवसर पर धनबाद मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक श्री अमित कुमार, मुख्यालय तथा मंडल के अन्य अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।
महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने बख्तियारपुर-राजगीर-तिलैया-कोडरमा-धनबाद रेलखंड का किया विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण
पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक श्री छत्रसाल सिंह द्वारा आज बख्तियारपुर-राजगीर- तिलैया-कोडरमा-धनबाद रेलखंड का विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया गया । निरीक्षण के क्रम में महाप्रबंधक ने रेलखंड के विभिन्न स्टेशनों, पुल-पुलियों, ओएचई प्रणाली तथा रेलवे ट्रैक के रख-रखाव सहित संरक्षा एवं सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं का गहन मुआयना किया । वापसी में, महाप्रबंधक महोदय द्वारा झाझा-किउल-राजेन्द्र पुल-बरौनी रेलखंड का भी विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया गया ।
बंधुआ-कोडरमा-धनबाद रेलखंड के विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण के दौरान ट्रेन की गति जब 150 किमी/घंटा तक पहुँची, तब भी “ग्लास में पानी पूर्णतः स्थिर रहा” । यह धनबाद मंडल की उत्कृष्ट ट्रैक संरचना, सुदृढ़ पथ-रक्षण व्यवस्था तथा अत्याधुनिक रेलवे अवसंरचना की उच्च गुणवत्ता का स्पष्ट प्रमाण है। बेहतर सवारी गुणवत्ता धनबाद मंडल द्वारा अपनाई गई उन्नत प्रक्रियाओं, सतत रख-रखाव प्रबंधन तथा संरक्षा-उन्मुख कार्यप्रणाली का परिणाम है। निरीक्षण उपरांत महाप्रबंधक द्वारा संबंधित अधिकारियों को रेल संरक्षा, सुरक्षा एवं यात्री सुविधा को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया ।
इस अवसर पर दानापुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री विनोद कुमार तथा सोनपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री अमित सरन, धनबाद मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक श्री अमित कुमार अपने-अपने क्षेत्राधिकार में अधिकारियों के साथ उपस्थित थे ।
