एक वायरस ने हम लोगों के मन में एक डर बैठा दिया, लेकिन सड़क दुर्घटना ने क्यू नहीं बैठाया, एक वायरस ने हमे लोगो से दूर रह कर बात करना शीखा दिया, लेकिन सड़क दुर्घटना ने हमे वाहन से 2 गज की दूरी बना चलना क्यों नहीं सिखाया, एक वायरस ने हमे हाथ sanitize करना सीखा दिया, लेकिन सड़क दुर्घटना ने हम ट्रैफिक के नियमों का पालन करना क्यों नहीं शीखाया, एक वायरस ने हमे मास्क लगाना सीखा दिया, लेकिन सड़क दुर्घटना ने हमे helmet पहनना क्यूं नही सिखाया, एक वायरस ने हमे परिवार क्या है ये समझा दिया, लेकिन सड़क दुर्घटना ने हमे परिवार क्या है ये क्यूं नहीं समझाया, एक वायरस ने हमे मौत क्या है ये समझा दिया, पर सड़क दुर्घटना ने हमे मौत क्या है ये क्यूं नही समझाया।
महामारी नाम सुन कर आप सबके दिमाग में Corona महामारी आया होगा, पर हम यहां सड़क दुर्घटना की बात कर रहे है, क्या सड़क दुर्घटना एक महामारी नहीं है, जो कि आए दिन होती है, जी सड़क दुर्घटना भी एक महामारी ही है, पर हम इसे अंधेखा करते है क्योंकि ये अये दिन होती है इस लिए, दुनिया में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं भारत में होती हैं, सड़क हादसों में जान गंवाने और घायल होने वालों का आंकड़ा भी सबसे ज्यादा भारत में ही है
सड़क दुर्घटनाएं आजकल बहुत आम हो गई हैं, जैसे-जैसे और लोग ऑटोमोबाइल खरीद रहे हैं, सड़क दुर्घटनाओं की घटनाओं में दिन-प्रतिदिन वृद्धि हो रही है, इसके अलावा, लोग भी अब अधिक लापरवाह हो गए है, बहुत से लोग यातायात नियमों का पालन नहीं करते है, इस प्रकार, सड़क दुर्घटनाएँ होना तय है, आप एक अखबार उठाते हैं और आपको रोजाना सड़क दुर्घटनाओं के बारे में कम से कम एक या दो समाचार मिलेंगे, सड़क पर वाहन चलाते समय लोगों को अधिक सावधान रहने की जरूरत है, यहां तक कि पैदल चलने वाले भी इन घटनाओं के बढ़ने के कारण सुरक्षित नहीं हैं, हर दिन लोग समाचारों में, रिश्तेदारों से सुनते है और यहां तक कि अपनी आंखों से भी दुर्घटना को देखते हैं।
तो चलिए आंखों देखी एक एसी ही दूरघटना पर नजर डालते है
मैं आपको एक ऐसा accident बताती हूं, जो कि मैंने अपनी आंखों से देखा है, मैं एक दिन कोचिंग से घर लौट रही थी, शाम का वक्त था, मैंने अपने सोसाइटी के सामने देखा बहुत भीड़ है, तो मैं वहां गई और मैंने देखा कि वहां एक्सीडेंट हुआ है, एक्सीडेंट बाइक और ट्रक की टक्कर के कारण हुई थी, बाइक पर तीन लोग थे, एक जो बाइक चला रहा था, दूसरी उसकी वाइफ, और तीसरा उसका बच्चा, वह भी 2 साल का, उस दुर्घटना के कारण दो लोगों की मौत हुई, और वह तो लोग थे एक बाइक चला रहा था वो और उसकी वाइफ, उस दुर्घटना में उसका बच्चा बच गया, 2 साल का बच्चा उसे कुछ मालूम नहीं, उसके सामने क्या हुआ है, क्या नहीं हुआ, उसके मां-बाप को क्या हुआ, उसके मां-बाप उसके सामने उस हालात में क्यों हैं, वह तो बस रो रहा था, और उस दुर्घटना का कारण था रॉन्ग साइड से आना, बाइक सवार रॉन्ग साइड से आ रहा था, जिसकी वजह से ट्रक से उसकी टक्कर हो गई, यह दुर्घटना आज तक मुझे याद है, क्योंकि 2 साल के बच्चे के सामने मां बाप का एक्सीडेंट के कारण मौत होना बहुत बड़ी बात होती है, इससे साफ यह पता चलता है कि लोग जल्दबाजी के कारण रॉन्ग साइड से जाते हैं और दुर्घटना का शिकार बनते हैं।
उस घटना ने मुझे एहसास दिलाया कि हमारा जीवन हमारे लिए हमारे परिवार के लिए कितनी कीमती हैं।
बात करे सड़क दुर्घटना के आंकड़ों की तो
विश्व सड़क सुरक्षा से संबंधित ब्रासिलिया घोषणा-पत्र में भारत ने सड़क दुर्घटनाओं में 2020 तक 50 प्रतिशत तक कमी लाने का संकल्प जताया था, जबकि सड़क दुर्घटनाओं के दौरान होने वाली मौतों में भी 2.37 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है
हमें मृत्यु दर को कम करने के लिए सड़क दुर्घटनाओं को रोकने की आवश्यकता है, हर साल हजारों लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाते हैं।, बच्चों को कम उम्र से ही यातायात नियमों के बारे में बताना चाहिए, उन्हें जीवन का मोल्य समझाना चाहिए, इसके अलावा, सरकार के यातायात नियमों को तोड़ने वाले लोगों के लिए और कड़े कानून बनाना चाहिए, इसी तरह, माता-पिता को ड्राइविंग करते समय फोन का उपयोग नहीं करके अपने बच्चों के लिए एक उदाहरण स्थापित करना चाहिए, साथ ही, दुर्घटना से बचने के लिए वाहन चलाते समय उन्हें हमेशा अपना हेलमेट और सीटबेल्ट पहनना चाहिए।
आज हमारे देश में सबसे ज्यादा लोगों की मौते किसी बीमारी के बजाय, सड़क हादसों में हो रही है, आधुनिक युग में सड़क दुर्घटना एक आम सी बात हो गयी है वास्तव में वाहनों की बढ़ती संख्या और सड़क सुरक्षा आज भारत के लिए एक बड़ी समस्या है।, इससे निपटने के लिये सख़्त कानून की जरूरत है, और उसके साथ ही सब नागरिकों को अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझ, सड़क सुरक्षा के नियमों के पालन करने को अपना कर्तव्य माने तो सड़क दुर्घटनाओ को काफी हद तक कम किया जा सकता हैं, सड़क पर होने वाली ऐसी दुर्घटनाओं का मुख्य कारण लोगों द्वारा सड़क यातायात नियमों की अनदेखी करना है। तेज़ गति में गाडी चलाना , नशे में ड्राइविंग और गलत दिशा में गाड़ी चलाना आदि दुर्घटनाओं की मुख्य वजय है, सबसे ज्यादा हादसे वाहन चालकों की लापरवाही के चलते होते हैं
सड़क सुरक्षा के लिए यातायात नियमों का पालना करें तभी सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है, सड़क दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा शिकार युवा वर्ग होता है, सड़क दुर्घटना को किस्मत नहीं माना जा सकता, सड़क दुर्घटना को रोकना तो हमारे हाथ में हैं।
सड़क सुरक्षा नियमों का जागरूकता से पालन करना ही, सड़क दुर्घटनाओं को रोक सकता है, और हमारी समझदारी से ही सड़क दुर्घटनाओ से बचा जा सकता हैं।
समझदार बने लापरवाह नहीं
अपना नहीं तो परिवार का सोचे
और दुर्घटना से बनाए दूरी
क्यूं की दूरी है ज़रूरी
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