- Jamshedpur
आज संसद में प्रस्तुत वित्तीय वर्ष 2022 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में प्रगतिशील आंकड़ा दिखाता है जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक उज्ज्वल भविष्य की संभावनाओं को बल देता है और लगता है की कल प्रस्तुत होने वाले केंद्रीय बजट में भारत में छोटे व्यवसायों के लिए नीतियों और व्यापार विकास को प्रोत्साहन देने के बारे में एक बड़ी सम्भावना की दृष्टि भी दिखाता है- यह कहते हुए कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल और राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोन्थालिया ने एक संयुक्त बयान में कहा की देश भर के व्यापारी बेहद उत्सुकता से कल के बजट की ओर देख रहे हैं !
खंडेलवाल और सोन्थालिया ने कहा कि अर्थव्यवस्था में वस्तुओं और सेवाओं के सुचारू प्रवाह में कोविड के जरिये लगातार व्यवधान के कारण एक घातक संकट की पृष्ठभूमि में आर्थिक सर्वेक्षण को व्यापक रूप से देखना होगा। भारत सरकार द्वारा समय पर उठाए गए और साहसिक कदमों के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। व्यापक टीकाकरण ने कोविड-19 के कारण आत्मविश्वास बढ़ाने और भय को दूर करने में मदद की।
कैट के दोनो नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने समय-समय पर किए गए आपूर्ति पक्ष सुधारों के कारण अर्थव्यवस्था को फिर से हासिल करने में सफलतापूर्वक मदद की है।
राजकोषीय स्थान की उपलब्धता ने सरकार द्वारा पूंजीगत व्यय को बढ़ाने में काफी मदद की है। चालू वित्त वर्ष के दौरान सरकारी खपत लगभग 16.5% बढ़ रही है। इससे अर्थव्यवस्था में धन लगाने में मदद मिली है।आने वाले वित्तीय वर्ष के दौरान सकल घरेलू उत्पाद का 8.85 प्रतिशत अनुमान 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हासिल करने में मदद करेगा। यह संतोष की बात है कि कोविड कृषि क्षेत्र को प्रभावित नहीं कर सका जिसके 3.9% बढ़ने की उम्मीद है। औद्योगिक क्षेत्र में 11.8% की दो अंकों की वृद्धि से पता चलता है कि नीतियां अच्छे परिणाम दे रही हैं। चिंता का एकमात्र कारण आयात में 29.4% की वृद्धि है। भुगतान संतुलन की स्थिति बनाए रखने के लिए इसे नीचे लाया जाना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बाजार में रुपया मजबूत होना चाहिए।
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