रांची।
पंचायत स्वयंसेवकों को समय पर प्रोत्साहन राशि मिले, इसे सुनिश्चित किया जायेगा। स्वयंसेवकों की समस्याओ के निपटारे के लिए एक सेल (कोषांग) का भी गठन किया जायेगा। इसमें तीन प्रतिनिधि पंचायत स्वयंसेवक होंगे। उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहीं। वे आज झारखंड मंत्रालय में पंचायत स्वयंसेवकों के प्रतिनिधिमंडल को संबोधित कर रहे थे। पंचायत स्वयंसेवकों द्वारा प्रोत्साहन राशि बढ़ाये जाने की मांग पर मुख्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस पर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि सभी पंचायत स्वयंसेवक को स्मार्ट फोन दिया जायेगा। इसके साथ ही उन्हें कंप्यूटर प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया गया है कि 10 दिन के अंदर सभी पंचायत स्वयंसेवकों को बकाया प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाए। साथ ही, जिन जिलों में स्वयंसेवकों का पहचान पत्र नहीं बनाया गया है। उसे भी 10 दिन में बना कर देने का निर्देश दिया गया है। पंचायत भवन में उपलब्ध कंप्यूटर का उपयोग स्वयंसेवक भी कर सकेंगे। पंचायत सेवकों को पंचायत में ही रह कर अपना काम करना है। ब्लॉक कोऑर्डिनेटर उनसे संपर्क करेंगे। वे ही बीडीओ और जिला समन्वयकओं के साथ समन्वय स्थापित कर काम करेंगे। इसके लिए सभी उपायुक्त और बीडीओ को निर्देश दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने पंचायत स्वयंसेवकों से कहा कि आपका काम समाज सेवा का है। इसे नौकरी या मानदेय न समझे। सभी स्वयंसेवक अपना रोजमर्रा का काम करते हुए समाज सेवा के लिए अपने गांव को की तरक्की को ध्यान में रखकर काम करें। अपने गांव की खुशहाली के लिए ऐसा काम करें जिसमें खुद को भी संतुष्टि मिले। इसी उद्देश्य से स्वयंसेवक की परिकल्पना की गई थी। यह रोजी रोटी का मुख्य साधन नहीं हो सकता। स्वरोजगार करते हुए अपने गांव का काम करें।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री सुनील कुमार वर्णवाल पंचायती राज सचिव श्री प्रवीण टोप्पो समेत बड़ी संख्या में पंचायत स्वयंसेवक को बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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